एचडीएफसी के उपाध्यक्ष संघवी की हत्या, चार गिरफ्तार

 10 Sep 2018  1072
संवाददाता/in24 न्यूज़। एचडीएफसी बैंक के उपाध्यक्ष सिद्धार्थ किरण सांघवी का शव सोमवार को मुंबई से सटे कल्याण के हाजी मलंग इलाके की पहाड़ियों से बरामद हुआ. वो बुधवार को मुंबई के कमला मिल्स इलाके से लापता हो गए थे. इस मामले में पुलिस ने सरफराज शेख नाम के एक शख्स समेत 4 लोगों को गिरफ्तार किया है. सांघवी को बार-बार प्रोमोशन मिलने पर उससे जलन रखने वाले उसके दो सहकर्मियों पर सुपारी देकर उसकी हत्या कराए जाने की बात सामने आ रही है. फिलहाल पुलिस पूरे मामले की तफ्तीश में जुटी है. सूत्रों के अनुसार गिरफ्तार शख्स सरफराज शेख बार-बार अपने बयान बदलकर पुलिस को बरगलाने की कोशिश कर रहा था. पहले उसने पुलिस को बताया कि उसने सिद्धार्थ की हत्या नहीं की, सिर्फ शव को ठिकाने लगाया था. फिर उसने कहा कि लूट के इरादे से गलती से उसने सांघवी की हत्या कर दी. लेकिन जब पुलिस ने उससे सख्ती से इस बारे में पूछताछ की, तो आखिरकार उसने मामले की सच्चाई बताई. पेशेवर जलन के चलते साथियों ने करवाई हत्या? पुलिस के मुताबिक सरफराज ने पूछताछ में बताया है कि सांघवी की हत्या उसी ने की है और तीन लोगों ने उसे हत्या की सुपारी दी थी. उनमें से दो लोग एचडीएफसी बैंक में काम करते हैं. वे सिद्धांत को कम समय में बार-बार मिले प्रमोशन और ऊंचे सैलरी पैकेज से जलते थे. इसलिए उन्होंने सुपारी देकर उसकी हत्या करवाई. जांच में शामिल एक पुलिस अधिकारी का कहना है कि जांच में हत्या की के वजहों की कई थ्योरी सामने आ रही है. फिलहाल मामले की तफ्तीश जारी है. पुलिस ने डीएनए टेस्ट के लिए सांघवी के माता-पिता का ब्लड सैंपल भी लिया है. पूछताछ में सांघवी के परिवारवालों और दोस्तों ने बताया है कि उसकी किसी से कोई दुश्मनी नहीं थी, और ना ही उसका कोई पारिवारिक विवाद था. पुलिस अधिकारी के मुताबिक इन पहलुओं के मद्देनजर पुलिस को शक है कि पेशेवर जलन ही सांघवी की हत्या की वजह हो सकती है. सिद्धार्थ सांघवी मुंबई में एचडीएफसी बैंक के लोअर परेल ब्रांच में क्रेडिट और मार्केट रिस्क विभाग में काम करते थे. साथी कर्मचारियों के मुताबिक सिद्धार्थ ने 2007 में बतौर सीनियर मैनेजर एचडीएफसी बैंक ज्वॉइन किया था. 2011 में सिद्धार्थ को प्रमोशन मिला और वे असिस्टेंट वाइस प्रेसिडेंट बन गए. इसके बाद 2015 में सिद्धार्थ को फिर प्रोमोशन मिला, और वे डेप्युटी वाइस प्रेसिडेंट बना दिए गए. फिर महज दो साल बाद यानि 2017 में एक बार फिर उनको प्रमोशन मिला और वे वाइस प्रेसिडेंट बना दिए गए. लगातार और बेहद कम समय में मिली इस तरक्की और बड़े ओहदे की वजह से सिद्धार्थ के कुछ सहकर्मी उससे काफी जलने लगे थे. पुलिस के मुताबिक, अपनी पत्नी और चार साल के बेटे के साथ मालाबार हिल में रहने वाले सिद्धार्थ को लोगों ने आखिरी बार बुधवार शाम कमला मिल्स कंपाउंड स्थित दफ्तर से शाम करीब 7.30 बजे घर के लिए निकलते हुए देखा था. लेकिन वे घर नहीं पहुंचे. 8.30 बजे पत्नी ने उन्हें कॉल किया लेकिन कोई जवाब नहीं मिला. इसके एक घंटे बाद जब दोबारा कॉल किया गया तो फोन स्विच ऑफ मिला. पत्नी को रात 11.30 बजे तक उनकी कोई खबर नहीं मिली तो उन्होंने दूसरे रिश्तेदारों के साथ मिलकर एन.एम जोशी मार्ग पुलिस स्टेशन में गुमशुदगी की रिपोर्ट दर्ज कराई. जांच के दौरान सीसीटीवी फुटेज में यह सामने आया है कि अंतिम बार सांघवी की कार में तीन और लोग मौजूद थे. हालांकि, पुलिस का कहना है कि इमेज अभी क्लियर नहीं हैं और ऐसे में उस रास्ते में कुछ और जगहों से सीसीटीवी फुटेज मंगाकर उसकी भी जांच की जाएगी.