जेल जाने से बचने के लिए विकास दुबे ने लिया था 25 पुलिसकर्मियों का सहारा

 07 Jul 2020  544

संवाददाता/in24 न्यूज़.
गैंगस्टर विकास दुबे को जहां राजनीतिक संरक्षण ने लगातार बचाया, वहीं पुलिस ने भी उसे काफी मदद की. इस बारे में ताज़ा जानकारी है कि विकास दुबे कब का जेल की सलाखों के पीछे पहुंच चुका होता, अगर उसे यूपी पुलिस के कुछ भ्रष्ट पुलिसकर्मियों का सहारा नहीं मिला होता। 2001 में कानपुर देहात के शिवली पुलिस स्टेशन में दिन-दहाड़े बदमाश विकास दुबे ने भाजपा नेता संतोष शुक्ला की हत्या कर दी थी। जिसके बाद उसने करीब चार महीने बाद कई राजनेताओं के साथ कोर्ट में आत्मसमर्पण किया था। इस बारे में जानकारी मिली है कि इस हत्याकांड के 25 चश्मदीद पुलिसकर्मियों नेउसे पूरा सहयोग किया।अदालत में सभी 25 चश्मदीद पुलिसकर्मी अदालत में गवाही देने के मामले में पीछे हट गए. यही नहीं इस हत्या का जांच अधिकारी भी कोर्ट में अपने बयान से मुकर गया था। यही वजह थी कि विकास दुबे कोर्ट से बरी हो गया था। बहरहाल कानपुर में आठ पुलिसकर्मियों की हत्या का आरोपी विकास दुबे को पुलिस सरगर्मी से तलाश कर रही है, मगर अबतक उसका कोई सुराग नहीं मिल पाया है.