निर्भया के आरोपी मुकेश की दया याचिका राष्ट्रपति ने की खारिज

 17 Jan 2020  770

संवाददाता/in24 न्यूज़.   

निर्भया मामले में मौत से डरकर दया मांगनेवाले आरोपी मुकेश की याचिका को राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद ने खारिज कर दी है. इसी के साथ दोषियों की फांसी में देरी करने की कोशिशों को तगड़ा झटका लगा है. इससे पहले केंद्रीय गृह मंत्रालय ने निर्भया मामले में सजायक्ता दोषियों में से एक आरोपी मुकेश सिंह की दया याचिका राष्ट्रपति के पास भेज दी थी. गृह मंत्रालय ने साथ ही राष्ट्रपति से याचिका खारिज करने का अनुरोध किया था. इससे पहले दिल्ली सरकार ने मुकेश सिंह की दया याचिका को खारिज कर दिया था. बता दें कि इस याचिका की वजह से चारों दोषियों को 22 जनवरी को होने वाली फांसी अब टल गयी थी. राष्ट्रपति द्वारा याचिका पर फैसला लिये जाने के बाद अदालत नये सिरे डेथ वारंट जारी करेगा. इसके बाद फिर चारों दोषियों को कानून के मुताबिक 14 दिनों की मोहलत दी जाएगी. इससे पहले निर्भया की मां आशा देवी ने दोषियों की फांसी टलने को लेकर दिल्ली सरकार और कानूनी प्रक्रिया पर सवाल उठाए थे. निर्भया की मां का कहना है कि हम न्याय के लिए पिछले सात साल से अदालतों का चक्कर लगा रहे हैं लेकिन ऐसा लगता है कि कानून में दोषियों के लिए सारे रास्ते खुले हैं, झेलना पीड़ितों को पड़ता है. अदालत ने भी जेल अधिकारियों को मामले में फटकार लगाते हुए कहा था कि, ऐसी कार्यप्रणाली के बाद इस बात का खतरा है कि लोगों की विश्वास कानून और अदालतों से उठ जायेगा. बता दें कि स्थानीय अदालत सात जनवरी को चारों दोषियों का डेथ वारंट जारी किया था. इसके बाद आरोपियों ने क्यूरेटिव पिटिशन दाखिल किया जिसे सुप्रीम कोर्ट ने खारिज कर दिया. इसी बीच दोषियों में से एक मुकेश सिंह ने राष्ट्रपति के पास दया याचिका दायर की. दिल्ली सरकार और केंद्रीय गृहमंत्रालय ने इसे ठुकरा दिया है. इधर, इस मामले को लेकर आम आदमी पार्टी और बीजेपी के बीच बयानबाजियों का दौर शुरू हो गया है. बीजेपी ने आरोप लगाया है कि आम आदमी पार्टी मामले को लेकर गंभीर नहीं है और इसलिए ये मामला लटकता जा रहा है. उधर दिल्ली सरकार में उप मुख्यमंत्री मनीष सिसोदिया ने कहा कि यदि दिल्ली पुलिस हमारे अधिकार क्षेत्र में होती तो निर्भया के दोषियों को फांसी पर लटकाने में इतनी देरी नहीं होती. इस बीच एक और खबर सामने आई. जानकारी के मुताबिक चारों दोषियों में से एक विनय शर्मा ने जेल में खुदकुशी की कोशिश की. जेल सूूत्रों के मुताबिक विनय शर्मा ने गमछे और कुछ कपड़ों की मदद से फांसी पर लटकने की कोशिश की. हालांकि उंचाई कम होने की वजह से वो बच गया. इस घटना के बाद जेल प्रशासन ने चारों दोषियों को हाई सिक्योरिटी सेल में शिफ्ट कर दिया है.