पुलवामा हमले की आज पहली बरसी
14 Feb 2020
676
संवाददाता/in24 न्यूज़.
आज ही के दिन देश में पुलवामा की घटना हुई थी. समय था दोपहर लगभग 3:00 बजे. उसी समय श्रीनगर-जम्मू राष्ट्रीय राजमार्ग पर केंद्रीय रिजर्व पुलिस बल के काफिले में जैश-ए-मोहम्मद के आतंकी ने विस्फोटक से भरी कार से टक्कर मार दी थी। इस हमले में लगभग 40 सीआरपीएफ कर्मी मारे गए थे। काफिले की 78 बसो में लगभग 2500 सीआरपीएफ कर्मी थे। जम्मू से श्रीनगर की यात्रा के दौरान हमला हुआ। इस नृशंस आतंकवादी हमले में देश के बहादुरों ने देश की मिट्टी को अलविदा कह दिया। इस आतंकी हमले के विरोध में देशव्यापी विरोध प्रदर्शनों हुआ। इसके बाद से ही भारत और पाकिस्तान के बीच तनाव बढ़ गया था। सभी राजनीतिक दल के नेताओं ने पार्टी लाइन से उपर उठकर हमले की निंदा की और उचित प्रतिक्रिया का आह्वान किया। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने इस हमले के चंद दिन बाद ही एक रैली को संबोधित किया और कहा कि मेरे दिल में वही आग है जो आपके अंदर व्याप्त है, एक दिन एक -एक देशवासियों के आँसू का बदला लिया जाएगा। सशस्त्र बलों को दुश्मन के खिलाफ बदला लेने की जगह, समय, एक्शन को तय करने की पूर्ण स्वतंत्रता दी गई है। संयुक्त राष्ट्र और दुनिया भर के कई देशों ने निंदा की। यही नहीं इन देशों ने पुलवामा आतंकी हमले और आतंकवाद के खिलाफ लड़ाई में भारत को अपना समर्थन दिया। हलांकि चीन ने पाकिस्तान की संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद में जघन्य और कायरतापूर्ण पुलवामाआतंकवादी हमले को पर उसके साथ खड़ा रहा। नृशंस हमले के बाद, भारत ने जेईएम प्रमुख मसूद अजहर को वैश्विक आतंकवादी के रूप में नामित करने के लिए व्यापक कूटनीतिक प्रयास शुरू किए गए, जो अंततः 1 मई को कामयाब हो पाई। जब चीन ने अमेरिका, ब्रिटेन और फ्रांस द्वारा पेश किए गए प्रस्ताव पर अपनी वीटो पावर को हटा लिया। संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद की 1267 समिति में आतंकी हमले के लगभग 12 दिनों के बाद, 26 फरवरी की सुबह में, भारतीय वायु सेना के जेट विमानों ने पाकिस्तान के खैबर पख्तूनख्वा में बालाकोट में जेएम शिविर पर बमबारी की। भारतीय जवानों ने ऑपरेशन के शुरुआती घंटों में बालाकोट में जेईएम के सबसे बड़े ट्रेनिंग कैंप को नेस्तोनाबूत कर दिया। इस ऑपरेशन में बहुत बड़ी संख्या में जेएम आतंकवादियों, ट्रेनर्स, वरिष्ठ कमांडरों और जिहादियों के समूह, जिन्हें फिदायीन कार्रवाई के लिए प्रशिक्षित किया जा रहा था, को समाप्त कर दिया गया।