चीन को जवाब देने के लिए गलवान में तैनात हुआ टी-90 भीष्म टैंक

 30 Jun 2020  544

संवाददाता/in24 न्यूज़.
चीन की धोखेबाजी को देखते हुए लद्दाख के गलवान घाटी में सेना के जवान मोर्चा संभाले हुए हैं. वे हर तरह से चीन की हरकतों का जवाब देने के लिए सतर्क और चौकन्ने हैं. सेना ने गलवान में छह टी-90 मिसाइल फायरिंग टैंक और टॉप-ऑफ-द-लाइन शोल्डर एंटी टैंक तैनात किए हैं. हालांकि मंगलवार को भारत और चीन के वरिष्ठ सैन्य कमांडर चुशूल में बैठक कर रहे हैं ताकि तनाव का समाधान निकाला जा सके. ख़बरों के मुताबिक़ चीनी पीपुल्स लिबरेशन आर्मी द्वारा बख्तरबंद कर्मियों की तैनाती और टेंट लगाने के बाद सेना द्वारा टी -90 भीष्म टैंक को तैनात करने का निर्णय लिया गया. भारतीय सेना वास्तविक नियंत्रण रेखा के अपने हिस्से के भीतर इस क्षेत्र में प्रमुख ऊंचाइयों पर कब्जा कर रही है. 155एमएम हॉवित्जर के साथ इन्फैंट्री लड़ाकू वाहनों को पूर्वी लद्दाख में 1597 किमी लंबी  वास्तविक नियंत्रण रेखा  के साथ तैनात किया गया है. चीन के किसी भी आक्रामक का जवाब देने के लिए चुशुल सेक्टर में दो टैंक रेजिमेंटों तैनात किये गए हैं. इस क्षेत्र से वापसी करने के लिए चीनी पीएलए सौदे पर उतर आई है. कहा गया है कि भारतीय सेना किसी भी आक्रमण का जवाब देने के लिए तैयार है. यह क्षेत्र बेहद ठंडा जाता है यहां पानी का तापमान शून्य डिग्री से नीचे रहता है. एक रिपोर्ट के अनुसार फ्रांस भारत को राफेल की समयसीमा पर काम कर रहा है. भारत इस समय लद्दाख सेक्टर में वास्तविक नियंत्रण रेखा पर चीन के साथ तनाव की स्थिति में है. एक रिपोर्ट के अनुसार छह राफेल लड़ाकू विमानों के 27 जुलाई को अंबाला होम बेस पर उतरने की संभावना है. यानी हरसंभव तैयारी के साथ चीन को मुंहतोड़ जवाब देने को सेना के जांबाज़ जवान डटे हुए हैं.