गुलज़ार ने की सरकार की आलोचना

 30 Dec 2019  990

संवाददाता/in24 न्यूज़.  
सरकार का विरोध करनेवालों की इस देश में कमी नहीं है. अब इस सूची में दिग्गज लेखक, कवि व फिल्म निर्माता गुलजार का नाम भी शुमार हो गया है. गौरतलब है कि  ने देश की वर्तमान राजनीतिक परिदृश्य को लेकर परोक्ष रूप से सरकार और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पर कटाक्ष किया. मुंबई में साहित्यिक पुरस्कार समारोह के दौरान मीडिया से बातचीत में उन्होंने कहा कि मैं आप सभी को संबोधित करने के लिए मित्रों कहने वाला था, लेकिन मैं रुक गया. जब मेरा दोस्त यशवंत मुझसे मिलने के लिए दिल्ली से आया तो मैं डर गया. दिल्लीवाले इन दिनों डरे हुए हैं. कोई नहीं जानता कि वे कब कोई नया कानून लेकर आ जाएं. प्रधानमंत्री मोदी मित्रों शब्द का इस्तेमाल जनसभाओं को संबोधित करने के लिए करते हैं और यशवंत व्यास दिल्ली के रहने वाले एक वरिष्ठ पत्रकार हैं. नरीमन पॉइंट स्थित वाई.बी. चव्हाण केंद्र में लेखकों- ज्ञानरंजन और भालचंद्र नेमदे को सम्मानित करने के लिए आयोजित एक समारोह में गुलजार मुख्य अतिथि थे. वर्तमान में नागरिकता संशोधन कानून और नागरिकों के राष्ट्रीय रजिस्टर एनआरसी को लेकर भारत में सामाजिक और राजनीतिक विरोध हो रहा है. गुलजार ने कहा कि एक लेखक को हमेशा सत्य बोलना चाहिए. गुलजार ने जोर देकर कहा कि आज के समय में, ऐसी परिस्थिति में भी यदि कोई एक आवाज है, तो वह शुद्ध है. साफ और सत्य कहना एक लेखक की आवाज है. यह एक ध्वज के समान है. गुलजार ने यह भी कहा कि वह महानगरीय संस्कृति का एक अद्भुत उदाहरण हैं. गुलजार ने आगे कहा कि मैं देश के लिए महानगरीय संस्कृति की एक मिसाल हूं. मैं पंजाब में पैदा हुआ, बंगाल से मुझे प्यार हुआ और मैं महाराष्ट्र में बड़ा हुआ.