बीजेपी की तरफ से प्रेमकुमार धूमल होंगे हिमाचल प्रदेश के मुख्यमंत्री !

 31 Oct 2017  1285
ब्यूरो रिपोर्ट / in24 न्यूज़
हिमाचल प्रदेश चुनाव में विधानसभा चुनाव से ठीक पहले भारतीय जनता पार्टी राष्ट्रीय अध्यक्ष अमित शाह ने आखिरकार अपने सीएम उम्मीदवार के नाम का ऐलान कर दिया है। पूर्व मुख्यमंत्री प्रेम कुमार धूमल पर एक बार फिर भारतीय जनता पार्टी ने भरोसा जताया है। इससे पहले कांग्रेस उपाध्यक्ष राहुल गांधी ने भी वीरभद्र सिंह को अपनी पार्टी का सीएम कैंडिडेट घोषित किया था। 73 साल के प्रेम कुमार धूमल इस बार अपनी पारंपरिक सीट हमीरपुर के बजाए सुजानपुर से चुनाव लड़ रहे हैं। वैसे प्रेम कुमार धूमल हिमाचल प्रदेश की हमीरपुर विधानसभा सीट से नुमाइंदगी करते हैं।हमीरपुर लोकसभा क्षेत्र की सुजानपुर विधानसभा सीट 2008 में हुए परिसीमन के बाद अस्तित्व में आई।
1984 में पहली बार धूमल ने लोकसभा चुनाव में हिस्सा लिया, हालांकि उन्हें हार का सामना करना पड़ा। 1989 के लोकसभा चुनाव में वह हमीरपुर सीट से विजयी हुए। 1991 में एक बार फिर धूमल ने हमीरपुर लोकसभा सीट से जीत दर्ज की। इसके बाद बीजेपी ने उन्हें हिमाचल प्रदेश राज्य इकाई का अध्यक्ष नियुक्त किया। 1996 के लोकसभा चुनाव में हालांकि उन्हें हार का सामना करना पड़ा। बीजेपी-हिमाचल विकास कांग्रेस की गठबंधन सरकार में पहली बार उन्होंने सीएम की कुर्सी संभाली। मार्च 1998 से मार्च 2003 तक वह प्रदेश के मुख्यमंत्री रहे। इसके बाद दिसंबर 2007 से दिसंबर 2012 तक वह दोबारा मुख्यमंत्री रहे। 2012 विधानसभा चुनाव में इस क्षेत्र के अंदर 65,006 मतदाता थे।
अस्तित्व में आने के बाद इस सीट पर राज्य की दोनों बड़ी पार्टियां कब्जा जमाने में नाकाम रही थीं। इस सीट पर निर्दलीय उम्मीदवार राजिंदर सिंह ने 14,166 मतों से जीत हासिल कर दोनों खेमों में खलबली मचा दी थी, लेकिन इस बार बीजेपी के दिग्गज नेता और दो बार के मुख्यमंत्री प्रेम कुमार धूमल ने सुजानपुर विधानसभा से नामांकन दाखिल कर कांग्रेस और मौजूदा विधायक की मुश्किलें बढ़ा दी हैं। इससे पहले घोषणापत्र जारी करते हुए वित्त मंत्री अरुण जेटली ने कहा था कि किसी बेहद अनुभवी नेता को ही राज्य में जिम्मेदारी दी जाएगी। हालांकि, तब उन्होंने कहा था कि यह फैसला पार्टी करेगी कि उम्मीदवार का नाम पहले घोषित किया जाएगा या चुनाव के बाद तय किया जाएगा।
हिमाचल प्रदेश में अगले महीने विधानसभा चुनाव है। धूमल का दावा है कि उन्होंने सुजानपुर के लिए काफी काम किया है और यहां वो जनता की डिमांड पर ही चुनाव लड़ने आये हैं। उससे पहले उन्होंने तीन चुनाव बमसान सीट से लड़ा था, लेकिन इस बार उनकी लड़ाई और भी दिलचस्प है क्योंकि सुजानपुर में धूमल का मुकाबला उन्हीं के राजनीतिक शिष्य माने जाने वाले राजेंद्र राणा हैं ऐसे में हिमाचल प्रदेश की चुनावी तस्वीर क्या होगी इस पर देश की जनता की निगाहें टिकी है।