लैपटॉप और फ्री डाटा के सहारे हिमाचल में कांग्रेस लड़ेगी चुनाव 

 01 Nov 2017  1233
  ब्यूरो रिपोर्ट/in24 न्यूज़  

हिमाचल प्रदेश में होने वाले विधानसभा चुनाव के लिए कांग्रेस ने घोषणापत्र जारी कर दिया है, जिसमे कांग्रेस ने कई लोक लुभावन वादे किए हैं, घोषणापत्र में कांग्रेस का जोर छात्रों की बेहतर सुविधाओं पर रहा है और उन्हें लैपटॉप के साथ हर महीने में एक जीबी इंटरनेट डेटा मुफ्त देने का एलान किया है। कांग्रेस ने जहां 50 हजार छात्रों को एक जीबी डेटा के साथ फ्री लैपटॉप देने की बात कही है तो वहीं दूसरी ओर किसानों के हितों का भी ध्यान रखा गया है। इसके लिए सरकार बिना ब्याज के एक लाख रुपये तक का कर्ज देने का वादा किया है, साथ ही यह भी कहा गया है कि खेती को जंगली जानवरों से बचाने के लिए ठोस नीति अपनाई जाएगी।

आपको बता दे कि कांग्रेस बुजुर्ग पेंशन की राशि बढ़ाएगी और साथ ही महिलाओं के लिए शहरों में हॉस्टल भी खोले जाएंगे। दलित वर्ग के छात्रों की उच्च शिक्षा का भी प्रबंध किया जाएगा तो वहीं, विधवाओं की बेटी की शादी के लिए 50 हज़ार से एक लाख रुपए दिया जाएगा। मेनिफेस्टो कमेटी के अध्यक्ष कौल सिंह ठाकुर ने घोषणा पत्र जारी करते हुए कहा कि हमारी सरकार ने पिछले वादों में से 95 फीसदी वादे पूरे कर दिए हैं साथ ही उन्होंने बताया कि सभी जरुरी कार्यक्रमों को वक्त से लागू किया जाएगा और आश्वासन भी दिया कि हमारी सरकार में भ्रष्टाचार को कतई बर्दाश्त नहीं किया जाएगा और सभी की बारीकी से निगरानी की जाएगी।

उन्होंने कहा कि पांच सालों के भीतर प्रदेश के हर गांव को सड़क से जोड़ा जाएगा साथ ही मनरेगा की मज़दूरी भी अपने संसाधनों से 350 रुपए तक बढ़ाये जाएगी। उन्होंने बताया कि कांग्रेस केंद्र के सामने सैनिकों के लिए ओआरओपी का मुद्दा भी जोरदार तरीके से उठाएगी। कांग्रेस ने अपने घोषणा पत्र में बुजुर्गों का भी ख्याल रखा गया है और यह वादा किया है कि बुज़ुर्गो की पेंशन 1300 से 1500 रुपए की बढ़ोतरी की जाएगी और इतना ही नहीं बुजुर्गों की उम्र सीमा घटाकर 80 साल से 75 साल करेंगे। गौरतलब है कि हाल ही में बीजेपी ने भी अपना विजन डॉक्यूमेंट जारी किया था जो काफी मजबूत लग रहा था, लेकिन कांग्रेस का घोषणापत्र बीजेपी के मामले किसी रूप में कम नहीं दिखाई दे रहा है। फिलहाल प्रदेश में चुनाव प्रचार अपने चरम पर है और दोनों की बड़ी पार्टियों के नेता कोई कसर बाकी नहीं छोड़ना चाहते, अब ऐसे में यह देखने वाली बात है की जनता अपना जनादेश किस पार्टी को देती है।