पश्चिम बंगाल के राज्यपाल ने मुख्यमंत्री ममता बनर्जी पर लगाया दोषियों को बचाने का आरोप

 23 Mar 2022  321

संवाददाता/in24 न्यूज़ 
बंगाल के बीरभूम में तृणमूल नेता की हत्या के बाद हुई भीषण हिंसा में कई लोगों को जिंदा जला देने को लेकर बुधवार को मुख्यमंत्री ममता बनर्जी पर नए सिरे से राज्यपाल ने निशाना साधा है। उन्होंने दावा किया कि राज्य सरकार की ओर से की गई कार्रवाई राजनीति से प्रभावित है और दोषियों को बचाने का प्रयास किया जा रहा है। राज्यपाल ने ममता को एक पत्र लिखकर यह बात कही। रामपुरहाट के बगटूई गांव में मंगलवार को तड़के करीब सात-आठ मकानों में आग लगा दी गई थी। राज्य पुलिस महानिदेशक के अनुसार दो बच्चों समेत कुल आठ लोगों की मौत हुई है जबकि ग्रामीणों का कहना है कि दस से अधिक लोग मरे हैं। यह घटना सोमवार को तृणमूल कांग्रेस के पंचायत स्तर के एक नेता भादू शेख की कथित हत्या के कुछ घंटों के भीतर हुई। ऐसा कहा जा रहा है कि कुछ लोगों ने अपने नेता की हत्या के प्रतिशोध में मकानों में आग लगा दी। धनखड़ ने मंगलवार को रामपुरहाट में एक साथ इतनों लोगों की हत्या की घटना को 'भयावह' करार देते हुए कहा था कि राज्य पूरी तरह से 'हिंसा और अराजकता' की संस्कृति की गिरफ्त में है। मुख्यमंत्री ने राज्यपाल की टिप्पणी की आलोचना की थी और कहा था कि उनका यह बयान अवांछनीय है। धनखड़ ने बुधवार को बनर्जी को तीन पृष्ठों का एक पत्र लिखकर जवाब दिया और कहा कि मुख्यमंत्री ने घटना पर उनकी संयमित प्रतिक्रिया पर आरोप लगाने वाला रुख अपनाया है। राज्यपाल ने पत्र में कहा कि हमेशा की तरह, आपने रामपुरहाट के इतिहास में सबसे भीषण नरसंहार को लेकर मेरी संयमित प्रतिक्रिया पर आरोप लगाने वाला रुख अपनाया है। स्तब्ध कर देने वाले इस नरसंहार की तुलना कई लोगों द्वारा राज्य में कुछ साल पहले हुई घटनाओं से की जा रही है। उस समय आप विपक्ष में थीं। बता दें कि मामले पर गत मंगलवार को राज्यपाल ने ट्वीट किया था कि बीरभूम हिंसा दर्शाती है कि बंगाल में आतंक और अराजकता की संस्कृति है। इसपर मंगलवार को ही सीएम ममता बनर्जी ने राज्यपाल को पत्र लिखकर कड़ी प्रतिक्रिया दी थी। कहा था कि ऐसी वेदनादायक घटना पर राज्यपाल की प्रतिक्रिया पीड़ादायक है। अभी घटना की जांच की जा रही है। जांच रिपोर्ट के के निष्कर्ष से पहले राज्यपाल की ऐसी प्रतिक्रिया दुर्भाग्‍यपूर्ण है।