विधान सभा घेराव करने को किसान तैयार

 12 Mar 2018  1205

 सौम्य सिंह/in24 न्यूज़ 

कर्जमाफी और किसान हित में कार्य ना करने पर महाराष्ट्र के लगभग 35000 किसान सोमवार को विधानसभा घेराव करने मुंबई के आजाद मैदान पहुंचे। किसानों के इस फैसले के बाद महाराष्ट्र में सियासी हलचल तेज हो गई है। सूबे के मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस किसानों को मनाने का प्रयास तेज कर चुके हैं। सीएम की किसान प्रतिनिधिमंडल के साथ बैठक भी चल रही है। सीएम किसानों की मांग के प्रति सकारात्मक रुख की बात  मीटिंग से पहले देवेंद्र फडणवीस ने कहा, 'हमारी सरकार किसानों की मांग के प्रति सकारात्मक है। मोर्चा के पहले दिन से ही हमलोगों ने किसानों की कई मांगों को लेकर बातचीत की है। शुरुआत से ही जल संसाधन मंत्री गिरीश महाजन किसानों के साथ संपर्क में हैं। हालांकि, किसान पहले से ही मार्च निकालने को लेकर अटल थे।' इस बीच किसानों के मार्च का मसला महाराष्ट्र विधानसभा में भी उठा। विपक्ष के नेता राधाकृष्ण विखे पाटिल ने किसानों की सभी मांगें तत्काल मानने की मांग की। उन्होंने कहा कि अगर किसानों की मांग नहीं मानी तो उनके श्राप से सरकार भस्म हो जाएगी। इस बीच फडणवीस खुद किसानों को मनाने में जुट गए हैं। विधानसभा में सीएम ने अन्य नेताओं के साथ बैठक भी की है। आपको बता दें कि इस मोर्चे का समर्थन मुंबई के डब्बेवालों ने भी किया। जब in24 न्यूज़ की टीम डब्बेवालों से उनकी प्रतिक्रिया जानने की कोशिश की तो उन्होंने बताया कि भारत किसान प्रधान देश है लेकिन सरकार और प्रशासन किसान हित में कोई भी कार्य करने असमर्थ है। साथ ही उन्होंने कहा कि यदि किसानों के हित में कार्य नहीं किए गए तो वो दिन दूर नहीं जब देश में खाने वाले होंगे लेकिन खिलाने वाला नहीं होगा। बहरहाल इस आक्रोश को देख कर यह साफ़ प्रतीत होता है कि किसानों का आक्रोश चरम पर है और सरकार को भी किसान के बारे में जल्द सोचना चाहिए।