किसान मोर्चा भाजपा के लिए तमाचा :शिवसेना
13 Mar 2018
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सौम्य सिंह/in24 न्यूज़
मुंबई में किसान मोर्चे के बाद उथल पुथल मची हुई है. हालांकि राज्य के मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस द्वारा लिखित आश्वासन मिलने से किसान अपने घर को लौट गए लेकिन उनके आक्रोश को आंकना सत्तारूढ़ की एक बड़ी भूल भी हो सकती है। बीजेपी की सहयोगी पार्टी शिवसेना ने किसानों के मुंबई मार्च को बीजेपी के मुंह पर 'तमाचा' बताते हुए मंगलवार को कहा कि किसानों ने महाराष्ट्र सरकार को उनसे किए अपने वादे पूरे करने का अंतिम मौका दिया है।
विपक्ष और गठबंधन सहयोगी शिवसेना की कटु आलोचना झेल रही राज्य सरकार ने आंदोलन वाले किसानों की मांगें सोमवार को स्वीकार कर ली थीं। इसमें जंगल भूमि पर खेती करना भी शामिल है। शिवसेना ने अपने मुखपत्र सामना में लिखा है कि "किसानों की ओर से मिले इस झटके ने सरकार को सीधे रास्ते पर ला दिया है।
उसके पास आंदोलनकारियों की मांग मानने के अलावा कोई विकल्प नहीं था।" शिवसेना ने इस किसान मोर्चे को सरकार पर कड़ा तमाचा करार दिया है साथ ही सरकार पर तंज कसते हुए लिखा है कि 'आखिर जो सरकार खामोशी से किसानों के मुद्दे पर चुप बैठी थी वही सरकार किसान मोर्चे के बाद संवेदनशील हो गई। ऐसा प्रतीत होता है कि सरकार पर इस तमाचे की गूंज लंबे समय तक गूंजेगी और सरकार किसी भी श्रमिकों के जीवन से खेलने की हिम्मत नहीं करेगी।’