देश के अंतिम गांव से पीएम मोदी ने भरी हुंकार

 21 Oct 2022  411
ब्यूरो रिपोर्ट/in24न्यूज
 
देश के सीमांत गांव माणा में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कनेक्टिविटी परियोजनाओं का शिलान्यास करने के बाद वहां पर मौजूद एक विशाल जनसभा को संबोधित किया. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने माणा गांव में सड़क और हेमकुंड साहिब रोपवे परियोजनाओं का शिलान्यास किया. इसके बाद उन्होंने आगमन प्लाजा और झीलों के विकास कार्यों की प्रगति की समीक्षा की. माणा गांव में आर्मी कैंप के पास आयोजित जनसभा में बड़ी संख्या में ग्राम वासियों ने हिस्सा लिया. मुख्य रूप से देश के अंतिम गांव माणा के भूटिया जनजाति के ग्रामीण और स्वयं सहायता समूह की महिलाएं और स्थानीय नागरिक उक्त कार्यक्रम में मौजूद रहे.
 
           प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने अपने संबोधन की शुरुआत जय बद्री विशाल और बाबा केदार के जयकारों के साथ की. उन्होंने नाम न लेते हुए विपक्षी पार्टियों पर जमकर निशाना साधा और कहा कि हमारे देश को गुलामी की जंजीरों ने ऐसा जकड़ रखा है कि, कुछ लोगों को विकास के कार्यों पर सवाल उठाना ज्यादा अच्छा लगता है. पहले देश में अपनी ही संस्कृति को लेकर लोगों में एक प्रकार से हीन भावना थी, लेकिन अब केदारनाथ, बद्रीनाथ, हेमकुंड साहिब, काशी, उज्जैन और अयोध्या जैसे श्रद्धा के केंद्र अपनी भव्यता को दर्शा रहे हैं. देश में अब गुलामी की मानसिकता को खत्म करने की आवश्यकता है. प्रधानमंत्री ने कहा कि पहले की सरकारों ने सीमांत के लोगों के सामर्थ्य को उन्हीं के खिलाफ इस्तेमाल किया है. आज सीमांत के लोग संतोषजनक जिंदगी जी रहे हैं उन्होंने कहा कि मेरे लिए सीमा पर बसा हर गांव देश का पहला गांव है. सीमा पर बसे लोग देश के सशक्त प्रहरी है. पुराने दिनों को याद करते हुए उन्होंने कहा कि मैं प्रधानमंत्री बन गया, इसलिए इस गांव को याद कर रहा हूं ऐसा नहीं है. इससे पहले भी तकरीबन 25 साल पूर्व माणा में मैंने उत्तराखंड बीजेपी की कार्यसमिति की बैठक बुलाई थी. उस दौरान कुछ कार्यकर्ता मुझसे नाराज भी हुए थे कि इतनी दूर यह बैठक क्यों बुलाई गई. लेकिन उस वक्त मैंने यह कहा था कि जिस दिन उत्तराखंड भाजपा के दिल में माणा गांव के लिए जगह बन जाएगी, उस दिन वहां के लोगों के दिलों में भारतीय जनता पार्टी के लिए भी जगह बन जाएगी. उन्होंने कहा कि माणा कि धरती से जनता का आभार व्यक्त करता हूँ कि हमें यहां दोबारा सेवा करने का मौका दिया गया. ये मेरा सौभाग्य है कि इन योजनाओं का शिलान्यास कर पाया.