सुप्रीम कोर्ट में आयोजित संविधान दिवस समारोह में पीएम मोदी का संबोधन

 26 Nov 2022  649
ब्यूरो रिपोर्ट/in24न्यूज़/दिल्ली  
पूरे देश में आज संविधान दिवस मनाया जा रहा है. इसी उपलक्ष्य में आज सुप्रीम कोर्ट (Supreme Court) में संविधान दिवस समारोह का आयोजन किया गया. संविधान दिवस समारोह में विशिष्ट अतिथि के रूप में मौजूद प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी (Prime Minister Narendra Modi) ने सबसे पहले ई-कोर्ट प्रोजेक्ट के तहत विभिन्न परियोजनाओं  शुभारंभ किया. उसके बाद अपने संबोधन में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने अपने संबोधन में कहा कि, 'संविधान की प्रस्तावना के पहले तीन शब्द- 'We The People' केवल शब्द नहीं हैं, बल्कि एक आह्वान है, एक प्रतिज्ञा है, एक विश्वास है. पीएम मोदी ने कहा कि प्रो पीपल (Pro People) की ताकत से आज देश का सशक्तिकरण हो रहा है. केंद्र सरकार आज सामान्य जनता के लिए कानूनों को सरल बनाने की दिशा में काम कर रही है. आजादी का ये अमृत काल देश के लिए 'कर्तव्य काल' है. व्यक्ति हों या संस्थाएं हमारे दायित्व ही हमारी पहली प्रतिज्ञा हैं.'  पीएम मोदी ने कहा भारत की Mother of Democracy के रूप में जो पहचान है, हमें उसको और भी अधिक सशक्त बनाना है. हमारे संविधान की स्पिरिट 'Youth Centric है. आज संविधान दिवस के मौके पर मैं देश की न्यायपालिका से एक आग्रह भी करूंगा कि- युवाओं में संविधान को लेकर समझ बढ़े, इसके लिए डिबेट और डिस्कशन को बढ़ावा देना चाहिए. पीएम मोदी ने यह भी कहा कि, 'आज दुनिया हमें बहुत उम्मीदों से देख रही है. आज पूरे सामर्थ्य से, अपनी सभी विविधताओं पर गर्व करते हुए ये देश आगे बढ़ रहा है और इसके पीछे हमारी सबसे बड़ी ताकत हमारा संविधान है. भारत को लेकर दुनिया को जो आशंकाएं थीं, वे उम्मीदों में बदल गईं. आज भारत इस तरह से आगे बढ़ रहा है कि वो अपनी क्षमताओं का प्रदर्शन कर रहा है. इन सबके पीछे सबसे बड़ी ताकत हमारा संविधान ही है.' इसके साथ ही प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने संविधान दिवस समारोह को संबोधित करते हुए कहा कि आज मुंबई में हुए 26/11 आतंकी हमले की चौदहवीं बरसी है. लगभग 14 साल पहले भारत जब अपने संविधान का पर्व मना रहा था. उसी दिन मानवता के दुश्मनों ने भारत पर सबसे बड़ा आतंकी हमला किया था. मैं इस हमले में जान गंवाने वाले लोगों को श्रद्धांजलि अर्पित करता हूं.