नाथूराम गोडसे देशभक्त थे : त्रिवेन्द्र सिंह रावत

 08 Jun 2023  1622

संवाददाता/in24 न्यूज़.
नाथूरा गोडसे  (Nathura godse) का जिन्न एकबार फिर बोतल से बाहर निकल आया है। उत्तराखंड (Uttarakhand) के पूर्व मुख्यमंत्री त्रिवेन्द्र सिंह रावत (Trivendra Singh Rawat) ने नाथूराम गोडसे को देशभक्त बताया है। उन्होंने राहुल गांधी, समाजवादी पार्टी (SP) के अध्यक्ष अखिलेश यादव (Akhilesh Yadav) और दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद  केजरीवाल (Arvind Kejriwal) पर भी निशाना साधा। त्रिवेन्द्र सिंह रावत ने बुधवार को बलिया स्थित पार्टी के जिला मुख्यालय में संवाददाताओं से बातचीत में कहा कि गांधी जी को मारा वो एक अलग मुद्दा है। जहां तक मैंने गोडसे को जाना और पढ़ा है, वह भी एक देशभक्त थे। गांधी जी की जो हत्या हुई, उससे हम सहमत नहीं हैं। कांग्रेस नेता राहुल गांधी (Rahul Gandhi) पर निशाना साधते हुए रावत ने कहा कि गांधी उप नाम भर से उनकी विचारधारा गांधीवादी नहीं हो जाती। उन्होंने कहा कि जनेऊ बाहर लटकाने से उनकी पहचान नहीं बदल सकती, वह (राहुल गांधी) केवल बात करते हैं। रावत ने आरोप लगाया कि कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष केवल गांधी नाम को भुना रहे हैं। बता दें कि हाल ही में राहुल गांधी के अमेरिका में दिए गए बयान पर भी रावत ने प्रतिक्रिया व्यक्त करते हुए कहा कि कांग्रेस नेता के प्रयासों से पार्टी को कोई लाभ नहीं होगा और जल्द वह (कांग्रेस) बीते दिनों की बात होगी। उत्तराखंड के पूर्व मुख्यमंत्री ने कहा कि राहुल गांधी अपनी पार्टी के खस्ताहाल को देखकर हताशा में बोल रहे हैं। वह मानसिक तनाव में बोल रहे हैं। जनता मानसिक तनाव से गुजर रहे व्यक्ति को स्वीकार नहीं करेगी। समाजवादी पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव की दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल से मुलाकात पर रावत ने कहा कि दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल से बड़ा नौटंकीबाज नेता इस देश में कोई नहीं है। अखिलेश यादव केजरीवाल से नौटंकी का गुण सीखना चाहते हैं। उन्होंने कहा कि सपा के मुखौटा से जनता परिचित है। उन्होंने कहा कि सपा ने अपने शासनकाल में उत्तर प्रदेश को गुंडा राज में झोंकने का कार्य किया। भारतीय जनता पार्टी (BJP) नेता ने कहा कि सपा ने माफिया को अपना कैडर बनाया और फिर माफिया को माननीय बनाया। जनता आने वाले समय में एक बार फिर सपा को नकार देगी। बता दें कि नाथूराम गोडसे को रावत द्वारा देशभक्त कहने पर राजनीतिक बयानबाजी फिर शुरू हो सकती है।