प्याज के मुद्दे पर बीजेपी, एनसीपी और शिवसेना शिंदे गुट में श्रेय लेने की मची होड़

 23 Aug 2023  277
संवाददाता/in24 न्यूज़।
टमाटर के बाद अब प्याज की बढ़ती कीमत से लोगों की मुसीबत बढ़नी शुरू हो गई है तो दूसरी तरफ प्याज को लेकर सियासत भी शुरू है। बता दें कि प्याज के मुद्दे पर पहले भी सरकारें गिर चुकी हैं, इसलिए इस बार जैसे ही प्याज की कीमतों में उछाल आने लगा केंद्र सरकार ने प्याज के निर्यात पर 40 फीसदी ड्यूटी बढ़ा दी। इससे महाराष्ट्र के किसान नाराज हो गए हैं। विपक्ष किसानों की इस नाराजगी को हवा देने में लगा। आम चुनाव नजदीक है, ऐसे में सत्ता पक्ष नाराजगी नहीं झेलना चाहता है। राज्य में सत्तारूढ़ दलों ने केंद्र पर प्याज की सरकारी खरीद का दबाव बनाया। केंद्र को भी बात समझ में आई और दो लाख मीट्रिक टन प्याज की खरीद का फैसला केंद्र सरकार ने लिया। इसके बाद, बीजेपी, एनसीपी और शिवसेना शिंदे गुट के नेताओं में श्रेय लेने की होड़ मच गई है।
        महाराष्ट्र के उप मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस इन दिनों जापान दौरे पर हैं, इसलिए उन्होंने वाणिज्य मंत्री पीयूष गोयल से फोन पर बातचीत करके रास्ता निकालने के लिए कहा। फडणवीस ने इस प्रयास का सोशल मीडिया पर ढिंढोरा पीट दिया। तो दूसरी तरफ उप मुख्यमंत्री अजित पवार ने भी राज्य के कृषि मंत्री धनंजय मुंडे को पीयूष गोयल से मिलने दिल्ली रवाना किया, ताकि प्याज खरीद का श्रेय अकेले बीजेपी न ले उड़े। मुंडे ने गोयल को लिखित ज्ञापन सौंपा और फोटो वायरल हो गए। जिसके बाद मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे ने भी आनन-फानन में प्रेस कॉन्फ्रेंस बुलाई, जहां शिंदे और पवार ने कहा, 'इसे संयुक्त प्रयास कहते हैं न कि श्रेय लेना। हम सभी ने एकजुट होकर काम किया। लासलगांव सहित अन्य मंडियों में प्याज की खरीदी और बिक्री रोक दी गई है। एनसीपी के सांसद अमोल कोल्हे ने किसानों के साथ आंदोलन किया। पुणे जिले में आंदोलन में प्याज की माला पहनकर राज्य सरकार और केंद्र सरकार खिलाफ नारे लगाए। महाराष्ट्र कांग्रेस प्रमुख नाना पटोले ने कहा कि सरकार किसानों से झूठ बोल रही है। अगर नाफेड ने तुरंत इसे नहीं खरीदा, तो किसानों को नुकसान होगा।