सदी के महानायक अमिताभ बच्चन के घर के बाहर किसने की नारेबाजी ?

 24 Aug 2023  844

ब्यूरो रिपोर्ट/in24न्यूज़/मुंबई

देश की आर्थिक राजधानी मुंबई में इन दिनों सड़कों की बदहाली को लेकर आम मुंबईकर कई तरह की समस्याओं का सामना करने पर मजबूर है और अब इस पर सियासत भी शुरू हो चुकी है. सियासतदारों ने इसके लिए चुना सदी के अमिताभ बच्चन का निवास स्थान, जहां की सड़कें गड्ढों से सराबोर हैं. अंधेरी वेस्ट में सड़कों की बदहाली के खिलाफ प्रदर्शन कर रही उद्धव बालासाहेब ठाकरे गुट की शिवसेना ने बुधवार की रात अमिताभ बच्चन के घर प्रतीक्षा के सामने जमकर प्रदर्शन किया. बड़ी संख्या में शिवसैनिक यहां सड़क पर बने बड़े-बड़े गड्ढों को लेकर बीएमसी के खिलाफ नारेबाजी करते हुए सड़क पर उतरे. प्रदर्शनकारियों का कहना था कि देश का चंद्रयान चांद पर पहुंच सकता है, लेकिन बीएमसी इन गड्ढों तक भी नहीं पहुंच पा रही है. इस मौके पर शिवसैनिकों ने गड्ढे में दीये जलाकर अनोखे तरीके से बीएमसी और महाराष्ट्र सरकार को घेरने की कोशिश की. दरअसल मुंबई की तमाम सड़कों की हालत बेहद खस्ता जनक है. खासतौर पर पिछले दिनों हुई बारिश के दौरान सड़कों में बड़े बड़े गड्ढे उभर आए हैं. इसकी वजह से आए दिन यहां हादसे हो रहे हैं. इन घटनाओं को देखते हुए शिवसेना (ठाकरे गुट) ने बीते सप्ताह अंधेरी वेस्ट इलाके में एक विशेष अभियान शुरू किया था. इसमें शिवसैनिक रोज किसी ना किसी सड़क पर बने गड्ढों के पास एकत्र होते हैं और अलग अलग तरीके से प्रदर्शन करते हैं. इसी क्रम में कहीं रंगोली बनाकर प्रदर्शन किया जाता है, तो कहीं रोचक कार्यक्रम आयोजित कर बीएमसी का ध्यान आकृष्ट करने की कोशिश की जाती है. बुधवार को शिवसैनिकों ने बॉलीवुड अभिनेता अमिताभ बच्चन के बंगले प्रतीक्षा के बाहर प्रदर्शन किया. यहां सड़क पर बड़े-बड़े गड्ढे बन गए हैं. यहां पर शिवसैनिकों ने नगर पालिका के खिलाफ विरोध प्रदर्शन करते हुए गड्ढों में दीप जलाए और कहा कि इन गड्ढों में कोई हादसा ना हो, इसके लिए गड्ढों में दीप जलाया गया है. सड़कों के गड्ढों की वजह से आए दिन हादसे हो रहे हैं, जिसमें अब तक दर्जनों लोग घायल होकर अस्पताल पहुंच चुके हैं. शिवसैनिकों ने बताया कि शायद इन दीपों के जरिए ही बीएमसी को गड्ढा दिख जाए और उसकी मरम्मत हो जाए. इसलिए गड्ढे में दीप जलाने या रंगोली बनाने का अभियान शुरू किया गया है. शिवसैनिकों ने कहा कि एक तरफ देश चांद पर पहुंच गया, लेकिन बीएमसी शहर की सड़कों पर गड्ढे तक नहीं भर पा रही है. ऐसे में हर बार की तरह मानसून के दौरान एक बार मुंबई की सड़कों पर उभर आए गड्ढों को लेकर विपक्षी पार्टियों के कार्यकर्ता और पदाधिकारी सत्तापक्ष को घेरने की कोशिशों में जुट गया है. अब यह देखना बेहद दिलचस्प होगा कि इस तरह के आंदोलनों से मुंबई की सड़कों पर गड्ढों को प्रशासन कब तक खत्म पायेगा ?