मराठा आरक्षण को लेकर प्रस्ताव पारित झुकी सरकार, सीएम ने की जारंगे से भूख हड़ताल वापस लेने की अपील

 12 Sep 2023  618
संवाददाता/in24 न्यूज़। 
मराठा आरक्षण को लेकर इन दोनों महाराष्ट्र की सियासत गरमाई हुई है. मराठा आरक्षण की मांग को लेकर अनशन पर बैठे मनोज जारंगे आज अपनी भूख हड़ताल समाप्त कर सकते हैं. महाराष्ट्र सरकार द्वारा आरक्षण के मुद्दे पर बुलाई गई सर्वदलीय बैठक और आंदोलनकारी पर लाठीचार्ज के आरोपी तीन पुलिस अधिकारियों के निलंबन के बाद हड़ताल वापस लेने की बात सामने आई है. बता दें कि इस महीने की शुरुआत में हुए आंदोलन में आंदोलनकारियों के खिलाफ दर्ज मामलों को राज्य सरकार द्वारा वापस लेने और अधिकारियों पर कार्रवाई करने की घोषणा के बाद जारंगे पाटिल ने चिकित्सा उपचार लेना शुरू कर दिया है. उम्मीद है कि वह आज अपनी अनिश्चितकालीन भूख हड़ताल पर अंतिम फैसला लेंगे।
       बता दे कि मंगलवार सुबह एक सरकारी प्रतिनिधिमंडल के साथ बैठक हुई जिसमें पाटिल ने दोहराया कि वह ग्रामीणों और समुदाय के नेताओं से मिलेंगे। उसके बाद आंदोलन की समाप्ति की घोषणा की जाएगी। दक्षिणपंथी नेता मनोहर उर्फ संभाजी भिड़े ने मंगलवार की सुबह जालना के अंतरवाली सारथी गांव में जाकर जारंगे पाटिल से मुलाकात की और आंदोलन और आरक्षण की मांग को अपना समर्थन दिया। भिड़े ने मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे, उपमुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस और अजीत पवार की प्रशंसा की। कहा कि तीनों नेता आरक्षण देने के लिए प्रतिबद्ध हैं और वह समुदाय को धोखा नहीं देंगे।

     मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे ने सोमवार को जारंगे के नेतृत्व में चल रहे मराठा आरक्षण आंदोलन की पृष्ठभूमि के मद्देनजर मुंबई में सर्वदलीय बैठक की अध्यक्षता की थी. शिंदे ने बैठक में कहा कि सभी दलों ने एक प्रस्ताव पारित करके जारंगे से अपना अनशन वापस लेने का अनुरोध किया है. इसके बाद सीएम ने जालना जिले में मराठा आरक्षण समर्थक प्रदर्शनकारियों के खिलाफ दर्ज पुलिस मामलों को वापस लेने की भी घोषणा की. मुख्यमंत्री ने इस महीने की शुरुआत में जालना में आंदोलनकारियों पर लाठीचार्ज में शामिल तीन पुलिसकर्मियों को निलंबित करने की भी घोषणा की. मंगलवार को राज्य के मंत्री संदीपन भुमरे और जालना शिवसेना के नेता अर्जुन खोतकर ने जारंगे से मुलाकात की और सर्वदलीय बैठक में पारित प्रस्ताव को साझा किया था इसके आलावा हिंदूवादी नेता संभाजी भिड़े ने भी जारंगे से मुलाकात की और उनसे अपना अनशन वापस लेने का अनुरोध किया।