35 साल बाद उत्तर मुंबई की सीट से लोकसभा चुनाव लड़ेंगे पीयूष गोयल

 14 Mar 2024  2039

ब्यूरो रिपोर्ट/in24न्यूज़/मुंबई

देश में लोकसभा का चुनाव जैसे-जैसे करीब आ रहा है राजनीतिक सरगर्मियां भी तेज होती जा रही है. वहीं दूसरी ओर 2024 के आम चुनाव में बीजेपी अपने दिग्गजों को मैदान में उतार रही है. भारतीय जनता पार्टी ने कई राज्यसभा सदस्यों को भी लोकसभा का टिकट देने का मन बनाया है. बीजेपी की पहली लिस्ट में केरल से राजीव चंद्रशेखर को टिकट दिया गया है तो वहीं राज्यसभा में सदन के नेता पीयूष गोयल को उत्तर मुंबई संसदीय क्षेत्र से टिकट दिया गया है. यह पहला ऐसा मौका होगा जब पीयूष गोयल अपनी 35 साल की राजनीति में पहली बार चुनाव लड़ेंगे. पार्टी ने मुंबई नॉर्थ के मौजूदा सांसद गोपाल शेट्टी का टिकट काट दिया है. दरअसल 1989 से 2003 तक इस सीट पर बीजेपी का कब्जा रहा है.  राम नाईक लगातार मुंबई उत्तर सीट से सांसद रह चुके हैं. 2004 में फिल्म स्टार गोविंदा ने राम नाईक को हराकर कांग्रेस के लिए सीट जीती थी. 2009 में संजय निरुपम ने दूसरी बार राम नाईक को हराया था. 2014 में बीजेपी ने दोबारा इस सीट पर कब्जा किया. गोपाल शेट्टी लगातार दो बार मुंबई नॉर्थ से सांसद चुने गए. अब इस सीट के 17 लाख वोटर पीयूष गोयल के भाग्य का फैसला करेंगे. पेशे से चार्टर्ड अकाउंटेंट और इन्वेस्टमेंट बैंकर रहे पीयूष गोयल को राजनीति विरासत में मिली. उनके पिता वेद प्रकाश गोयल दो दशक तक बीजेपी के कोषाध्यक्ष रहे. अटल बिहारी वाजपेयी की सरकार में वी पी गोयल जहाजरानी मंत्री भी रहे. उनकी मां चंद्रकांता गोयल तीन बार महाराष्ट्र विधानसभा की सदस्य चुनी गईं. दरअसल पीयूष गोयल 90 के दशक में ही बीजेपी संगठन से जुड़ गए. साल 2010 में पहली बार महाराष्ट्र से राज्यसभा जाने का उन्हें मौका मिला. बीजेपी ने उन्हें तीन बार लगातार राज्यसभा भेजा. पीयूष गोयल पीएम नरेंद्र मोदी के करीबी भी रहे. साल 2014 में जब मोदी 1.0 की सरकार बनी तो, पीयूष गोयल कोयला मंत्री बनाए गए. साल 2017 में सुरेश प्रभु के इस्तीफे के बाद रेल मंत्रालय का भी उन्होंने पदभार संभाला. साल 2019 में नरेंद्र मोदी की दूसरी सरकार में पीयूष गोयल वाणिज्य और उद्योग मंत्री बने. पार्टी ने उन्हें राज्यसभा में पार्टी का नेता नियुक्त किया.अब वह पहली बार चुनाव मैदान में उतरे हैं.

            अभी तक लोकसभा में अमित शाह, राजनाथ सिंह और निशिकांत दुबे मोर्चा संभाल रहे थे. अब पीयूष गोयल की मौजूदगी से सदन में बीजेपी की ताकत बढ़ जाएगी. पीयूष गोयल बीजेपी के ऐसे नेताओं में शुमार हैं, जिनके दोस्त सभी पार्टियों में है. राज्यसभा में कई महत्वपूर्ण बिल को पास कराने में उन्होंने बड़ी भूमिका निभाई. इसके अलावा पीयूष गोयल खुद पीएम मोदी के प्रचार तंत्र को संभालते रहे हैं. साल 2014 के चुनाव के दौरान पीयूष गोयल ने नमो टी कैंपेन के जरिये पीएम मोदी को जन-जन तक पहुंचा दिया. राम विलास पासवान के निधन के बाद उन्हें खाद्य आपूर्ति और नागरिक उपभोक्ता मामले का जिम्मा भी दिया गया. कोरोना के दौर में उन्होंने 80 करोड़ लोगों के लिए मुफ्त खाद्यान्न देने की योजना शुरू की. इस स्कीम के कारण मोदी सरकार काफी लोकप्रिय हुई और कई राज्यों में बीजेपी की वापसी हुई. भारत में एलईडी बल्ब वितरण वाला आइडिया पीयूष गोयल का ही था, जिसकी सफलता की चर्चा पूरी दुनिया में हुई. साल 2010 के बाद से पीयूष गोयल बीजेपी के कोषाध्यक्ष भी हैं.