आज देश के लिए जीने का मिजाज़ है : पीएम मोदी

 25 Jun 2019  943

संवाददाता/in24 न्यूज़.
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी आज लोकसभा में राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद के अभिभाषण पर धन्यवाद प्रस्ताव पर हुई चर्चा का जवाब दिया और इमरजेंसी सहित अनेक मुद्दों पर अपनी बात रखी. पीएम मोदी ने कहा कि आज देश के लिए जीने का मिजाज़ है. गौरतलब है कि संसद के दोनों सदनों में राष्ट्रपति के अभिभाषण पर सोमवार को शुरू हुई धन्यवाद प्रस्ताव पर चर्चा आज भी जारी रही. गौरतलब है कि सोमवार को लोकसभा में अधीर रंजन ने पीएम के खिलाफ आपत्तिजनक टिप्पणी की थी. जिसके बाद सदन में काफी हंगामा मच गया था.  हालांकि उन्होंने बाद में इसके लिए माफी मांगते हुए कहा कि उनका इरादा पीएम मोदी का अपमान करना नहीं था, यदि उनकी बातों से उन्हें ठेस पहुंचती है तो मैं इसके लिए माफी मांगता हूं. धन्यवाद प्रस्ताव पर बोलते हुए पीएम मोदी ने कहा किराष्ट्रपति जी ने नए भारत की बात की है. लोकसभा में पीएम मोदी का संबोधोन लोगों की आकंक्षाओं को पूर्ति करनी है सबको साथ लेकर आगे बढ़ना है. आगे बढ़ना का अवसर भारत को खोना नहीं चाहिए
देश के हर नागरिक तक पहुंचने की कोशिश संसद में चुनावी भाषण जैसी चर्चा हमें दुनिया के मिजाज के हिसाब से आगे बढ़ना है. मन पर पड़ी छाप से निकलना मुश्किल होगा. 2019 का जनादेश पूरी तरह कसौटी   पर कसने के बाद हर तराजू पर तौलने के बाद तब जाकर इतनी बड़ी जीत मिली है. जनता ने हमारा काम बारीकी से देखका हे. सर्वजय हिताय सर्वजन सुखाय. लोगों ने एक बार फिर से अनुमोदन देकर देश की सेवा के लिए इस पद पर बैठाया है.
जब कर्म का फल मिलता है तो बहुत ही प्यारा लगता है. जनता ने ईवीएम के बटन दबाकर जनादेश दिया है. हमारी सरकार गरीबों को समर्पित है. जनता ने 2019 में मेरी बातों का भरोसा किया. कई दशकों के बाद देश ने इतना बड़ा जनादेश दिया है. जनता जब आपके काम को पसंद करें तो बड़ा संतोष होता है. 
जनता ने जांच परख कर हमें दोबारा चुना है. जिसके लिए कोई नहीं उसके लिए सरकार सबकुछ. कठिनाई के बावजूद भी हमने दिशा को छोड़ा नहीं. मैं हार जीत से आगे बढ़कर सोचता हू. देश को आधुनिक बनाने के लिए टेक्नोलॉजी का इस्तेमाल करना है. जो हमने कर दिखाया है. चंद्रयान हो या हाईवे या सूडान 
आम लोगों को उसका हक मिलना चाहिए.  पीएम मोदी ने विपक्ष पर तंज कसा. कांग्रेस पर पीएम मोदी ने निशानासाधते हुए कहा कि आप इतने ऊंचे हो गए कि जमीन दिखनी बंद हो गई. विपक्ष इतना उंचा चला गया कि जमीन दिखनी बंद हो गई. जमीन के लोग आपको तुच्छ दिखते हैं. यूपीए की सरकार ने कभी अटल जी की तारीफ नहीं की.
मैंने लालकिला से पूर्व की सरकारों की तारीफ की. हम अपनी लकीर लंबा करते हैं. किसी की लकीर को छोटी करने में वक्त बर्बाद नहीं करते. हमें पूरा देश दिखता है. 25 जून की काली रात, आत्मा को कुचल दिया गया. देश की मीडिया को दबोच दिया गया था. महापुरुषों को जेल में बंद कर दिया गया था. 
आपातकाल में देश की आत्मा को कुचल दिया गया. पूरे हिंदुस्तान को जेल खाना बंद बना दिया गया था. ये संस्मरण कराने के लिए कहा जाता है. किसी को बुरा भला कहने के लिए नहीं. देश में फिर कोई ऐसा पैदा नहीं हो जो इस तरह दिन दिखाएगा. पीएम मोदी ने आपातकाल का जिक्र किया. सत्ता बचाने के लिए आपात काल लगाया गया.