दिल्ली के विकास के लिए शीला दीक्षित का था अहम् योगदान।

 21 Jul 2019  1071

संवाददाता/in24 न्यूज़। 

दिल्ली की पूर्व मुख्यमंत्री और दिल्ली कांग्रेस की अध्यक्ष शीला दीक्षित को लोग हमेशा याद करते हैं क्योकि उनके द्वारा लिए गए कुछ अहम फैसलों पर आज भी चर्चा होती हैं।दिल्ली के विकास में शीला दीक्षित ने अहम् योगदान दिया...’ ये शब्द प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने दिल्ली की पूर्व मुख्यमंत्री शीला दीक्षित के निधन पर शनिवार को कहे. प्रधानमंत्री मोदी ही नहीं राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद, गृहमंत्री अमित शाह और कांग्रेस नेता राहुल गांधी समेत तमाम नेताओं ने उनके निधन पर दिल्ली के विकास में उनके योगदान के लिए याद किया. ऐसे में आइए एक नजर डालते हैं शीला दीक्षित के दिल्ली के विकास के लिए उठाए गए कुछ फैसलों के बारे में जिन पर आज भी चर्चा होती है.पंजाब में जन्मीं शीला दीक्षित ने दिल्ली में अपनी शख्सियत बुलंद की. उत्तर प्रदेश में अपना राजनीतिक कौशल मजबूत करने के बाद उन्होंने राष्ट्रीय राजधानी दिल्ली को अपनी कर्मभूमि बनाया. शीला दीक्षित लगातार तीन बार (1998-2013) दिल्ली की मुख्यमंत्री रहीं. इस दौर में उन्होंने दिल्ली को विकास के पथ पर दौड़ाने के लिए प्रदेश में बिजली निजीकरण, ब्लूलाइन बसों पर रोक, केरोसिन इस्तेमाल पर रोक, सीएनजी के उपयोग को बढ़ावा देना और एमसीडी को तीन हिस्सों में बांटने जैसे कई अहम फैसले लिए... एक समय था जब दिल्ली में आए दिन बिजली की खूब कटौती हुआ करती थी. दिल्लीवासी इससे बहुत परेशान थे. बिजली की कटौती से प्रदेश में तब हर वर्ग के लोगों के समाने कई मुश्किलें थीं. छोटे-बड़े कल कारखानों के सामने तब बिजली कटौती एक बड़ी समस्या थी. गर्मी के दिनों में तो बिजली की कटौती से  लोग बेहाल हो जाते थे. इस समस्या को देखते हुए तत्कालीन मुख्यमंत्री शीला दीक्षित ने प्रदेश में बिजली निजीकरण का फैसला लिया. इसका परिणाम ये आज दिल्ली बिजली कटौती जैसे समस्या से मुक्त है.विकास सही मायनों तभी समझा जाता है जब लोगों को बेहतर पर्यावरण मिले. इसे शीला दीक्षित ने बखूबी समझा और उन्होंने दिल्ली में यानी मिट्टी का तेल के इस्तेमाल पर रोक लगाई. दरअसल उस समय दिल्ली में केरोसिन का इस्तेमाल धड़ल्ले से होता था. लोग करोसिन को दीप, स्टोव, उद्योग धंधों, कारखानों और ट्रैक्टरों में इस्तेमाल करते थे. यह शीला दीक्षित के कदमों का ही फल था कि साल 2012-13 में राजधानी को देश का पहला केरोसिन मुक्त शहर बनने का गौरव हासिल हुआ..