लक्ष्मी गणेश की प्रतिमा अब चीन से नहीं बल्कि गोरखपुर से : सीएम योगी
12 Mar 2020
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संवाददाता/in24 न्यूज़.
अब दीपावली में गणेश लक्ष्मी की प्रतिमा चीन से नहीं लाई जाएगी, बल्कि उसे गोरखपुर से मंगाई जाएगी. ये उदगार व्यक्त किया है उत्तर प्रदेश के सीएम योगी आदित्यनाथ ने. बता दें कि लखनऊ के लोकभवन सभागार में कौशल सतरंग कार्यक्रम में मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा कि प्रदेश के बेरोजगार युवाओं के लिए यह योजना समर्पित है। उन्होंने कहा कि जब दृष्टिकोण सकारात्मक होता है तो उसका परिणाम भी सकारात्मक होता है। इस मौके पर सीएम योगी ने युवा हब का उद्घाटन किया। आईआईएम लखनऊ और आईआईआईटी कानुपर के बीच युवाओं को ट्रेनिंग देने को लेकर सरकार के कौशल विभाग मंत्रालय के बीच एमओयू हुआ। उन्होंने कहा कि इस कार्यक्रम से युवाओं को रोजगार के अवसर उपलब्ध होंगे। मुख्यमंत्री ने कहा कि हर व्यक्ति के जीवन में अवसर होता है। उसके साथ चुनौती भी होती है, जब व्यक्ति चुनौती को अवसर के रुप में बदलता है तो व्यक्ति महान बनता है। लोग सकारात्मक तरीके से सोंचे तो किसी के पास किसी काम की कमी नहीं होगी। उन्होंने कहा कि दीपावली पर लक्ष्मी-गणेश की मूर्ति चीन से नहीं अब गोरखपुर से आयेगी। हमारे टेराकोटा से जुड़े उद्यमी अब इसे तैयार करेंगे। हमने लक्ष्य दिया है कि सरकार उन्हें डिजाइन व सुविधाएं दें। हमने तय किया है कि गोरखपुर के टेराकोटा से जुड़े व्यवसायी दीपावली पर्व पर प्रदेश ही दुनिया को भी लक्ष्मी-गणेश की मूर्ति उपलब्ध कराने की तैयारी में अभी से जुट जायें। पराम्परागत पेशे से जुड़े लोगों को प्रशिक्षण तथा बैंकों से जोड़ने की जरूरत है। उत्तर प्रदेश के हर जिले में हुनर मौजूद है। मुख्यमंत्री ने कहा कि हमारे उद्यमियों के पास हुनर था। उनके उद्यम में घर और पड़ोस के लोग साथ देते थे। उत्तर प्रदेश के हर जिले की छोटे-छोटे उत्पादन के नाते एक अलग पहचान थी। पिछली सरकारों ने उन उत्पादों की उपेक्षा की, उसे समाप्त करने के लिए विवश किया। उन्होंने पिछली सरकारों को यूपी को 65-70 वर्षों में सिर्फ छलने का आरोप लगाया। कहा कि हमारी सरकार ने परम्परागत उद्यम को बढ़ावा देने के लिए यूपी का सर्वे कराया। 57 जिले ऐसे थे, जहां पराम्परागत उद्यम बचे थे, लेकिन 18 जिले ऐसे थे, जहां के स्थानीय धंधे विलुप्त थे। हमने उसे भी जीवंतता प्रदान करने का काम किया है।