महाराष्ट्र में कोरोना पीड़ितों की संख्या हुई 63

 21 Mar 2020  649

संवाददाता /in24 न्यूज़.
कोरोना का खतरनाक वायरस अपना खौफ लगातार बढ़ाता जा रहा है. महाराष्ट्र के स्वास्थ्य मंत्री राजेश टोपे ने शनिवार को बताया कि सूबे में 12 घंटे में 11 और काेरोना के मामले सामने आए हैं। इनमें 10 मुंबई में और एक पुणे से है। नए 11 मरीजों  में 8 विदेश से कारोना ग्रसित होकर आए हैं। इस तरह राज्य में काेरोना पीड़ितों की संख्या अब बढ़कर कुल 63  हो गई है। स्वास्थ्य मंत्री ने कहा कि सूबे में नाइट शिफ्ट पूरी तरह से बंद कर दी गई है। इस समय रेस्टोरेंट, बैंक, आईटी सेक्टर और जीवनावश्यक वस्तुओं की दुकानों को ही खोलने के लिए ढील दी गई है। अगर भीड़ पर नियंत्रण नहीं हुआ तो सरकार लाइफ लाइन अर्थात लोकल ट्रेन व बेस्ट की बसों को भी बंद कर सकती है। टोपे ने बताया कि काेरोना के प्रकोप की वजह से मुंबई व पुणे में रेलवे स्टेशनों पर भारी भीड़ जमा हो गई है। बंदी की वजह से अधिकांश बेरोजगार हुए कामगार वर्ग तथा शैक्षणिक संस्थान बंद से छात्र अपने गांव लौटना चाहते हैं। इसलिए उन्होंने केंद्रीय मंत्री से बाहर गांव जाने वाली अतिरिक्त गाड़ियों की संख्या बढ़ाने की मांग की है। मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे तथा राष्ट्रवादी कांग्रेस के अध्यक्ष शरद पवार से मिलकर अतिरिक्त गाड़ियां बढ़ाने के लिए केंद्रीय रेलवे मंत्री पीयूष गोयल से सिफारिश करने की मांग की है राजेश टोपे ने कहा कि काेरोना की वजह से सरकार की ओर से विशेष उपाय किए जा रहे हैं। इस समय राज्य में काेरोना टेस्टिंग के 7 लैब शुरू हैं। इन लैबों की संख्या 12 करना आवश्यक है। इसलिए उन्होंने केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय से चर्चा की है। उनकी अनुमति मिलते ही राज्य में धुले,औरंगाबाद, सोलापुर,सांगली, कोल्हापुर आदि जिलों में संचालित मेडिकल कालेजों में कारोना टेस्टिंग लैब शुरू किए जाएंगे। टोपे ने बताया कि सभी अस्पतालों में जो आपरेशन टालने के लायक हैं,उन्हें टालने का निर्देश जारी किया गया है। सूबे में क्वारंटाइन, वेंटिलेटर की व्यापक स्तर पर व्यवस्था की गई है। टोपे ने कहा कि काेरोना पीड़ितों की बढ़ती संख्या को देखते हुए शनिवार को मंत्री समूह की बैठक में विस्तृत चर्चा की गई है। यह रोग इंपोर्ट की वजह से और उनके संपर्क में आने की वजह से हो रहा है। इसलिए किसी भी तरह से पब्लिक गैदरिंग रोकना जरूरी है। इसे देखते हुए सरकारी कार्यालयों में सिर्फ 25 फीसदी कर्मचारियों से काम चलाया जा रहा है। निजी आफिसों को बंद रखने का निर्देश दिया गया है।