कांग्रेस में पार्टी नहीं, एक परिवार ही सबकुछ : शाह

 25 Jun 2020  595

संवाददाता/in24 न्यूज़।
कांग्रेस मुक्त भारत का नारा देनेवाले बीजेपी नेता और देश के गृहमंत्री ने कांग्रेस को फिर अपने निशाने पर लिया है. केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने बृहस्पतिवार को कांग्रेस पर करारा हमला बोला। उन्होंने आरोप लगाया कि एक परिवार के हित दलीय व राष्ट्रीय हितों पर हावी हो गए हैं। साथ ही उन्होंने यह सवाल भी किया कि आखिर आपातकाल की मानसिकता क्यों आज भी कांग्रेस में विद्यमान है! बता दें कि आपातकाल के 45 साल पूरे होने पर बृहस्पतिवार को शाह ने एक के बाद एक सिलसिलेवार ट्वीट किए और दावा किया कि कांग्रेस के नेता अब अपनी ही पार्टी में घुटन महसूस कर रहे हैं। उनके मुताबिक जनता से विपक्षी पार्टी की दूरी बढ़ती जा रही है। शाह ने कहा कि 45 साल पहले आज ही के दिन एक परिवार की सत्ता की लालसा ने देश पर आपातकाल थोपा। रातों-रात देश को कैदखाने में तब्दील कर दिया गया। प्रेस, अदालतें और यहां तक कि बोलने की आजादी भी कुचल दी गई। गरीबों और दबे-कुचलों पर अत्याचार किए गए. बता दें कि देश में 25 जून 1975 से 21 मार्च 1977 के बीच 21 महीने की अवधि तक आपातकाल लागू रहा था। तब  इंदिरा गांधी देश की प्रधानमंत्री थीं। पूर्व भाजपा अध्यक्ष ने कहा कि लाखों लोगों के प्रयासों की बदौलत आपातकाल हटा और लोकतंत्र बहाल किया गया। लेकिन यह लोकतंत्र आज भी कांग्रेस पार्टी से नदारद है। शाह ने कहा कि एक परिवार का हित दलीय और राष्ट्रीय हितों पर हावी हो गया।आज की कांग्रेस का भी यही सूरते-हाल है। पिछले दिनों हुई कांग्रेस की राष्ट्रीय कार्यसमिति की बैठक का जिक्र करते हुए शाह ने दावा किया कि उसमें पार्टी के कुछ वरिष्ठ और युवा नेता कुछ मुद्दे उठाना चाहते थे, लेकिन उन्हें चुप करा दिया गया। उन्होंने यह भी कहा कि हाल ही में कांग्रेस के एक प्रवक्ता को पद से हटा दिया गया। सच्चाई ये है कि पार्टी के नेता अब कांग्रेस में घुटन महसूस कर रहे हैं। भारत की एक प्रमुख विपक्षी पार्टी होने के नाते कांग्रेस को खुद से यह पूछने की जरूरत है कि आखिर आज भी उसकी मानसिकता आपातकाल वाली क्यों है। क्यों एक परिवार से बाहर के सदस्य अपनी बात नहीं रख सकते। कांग्रेस के नेता क्यों आज अपनी ही पार्टी में घुटन महसूस कर रहे हैं। यही हाल रहा तो जनता से कांग्रेस की दूरी बढ़ती ही चली जाएगी।