धर्म और जाति से ऊपर है योग : मोदी

 21 Jun 2019  986

संवाददाता/in24 न्यूज़.   

पांचवें विश्व योग दिवस पर प्रधानमंत्री नवेंद्र मोदी ने रांची में योगाभ्यास किया और कहा कि यह सबके लिए है. उन्होंने योग के बारे में कहा कि यह धर्म और जाति से ऊपर है. इस अवसर पर करीब 40 हज़ार लोगों ने भी योगाभ्यास किया। प्रधानमंत्री मोदी के साथ इस योगाभ्यास में शामिल होने वालों में प्रमुख रहे झारखंड की राज्यपाल द्रौपदी मुर्मू और मुख्यमंत्री रघुवर दास. इनके अलावा अनेक  वरिष्ठ नेता उपस्थित रहे. योगाभ्यास से पहले प्रधानमंत्री मोदी ने लोगों को संबोधित करने हुए कहा कि अब मुझे आधुनिक योग की यात्रा शहरों से गांवों की तरफ ले जानी है, गरीब और आदिवासी के घर तक ले जानी है। मुझे योग को गरीब और आदिवासी के जीवन का भी अभिन्न हिस्सा बनाना है क्योंकि ये गरीब ही है जो बीमारी की वजह से सबसे ज्यादा कष्ट पाता है। पीएम मोदी ने कहा कि आज के बदलते हुए समय में रोगों से से बचाव के साथ-साथ स्वास्थ्य पर हमारा फोकस होना जरूरी है। यही शक्ति हमें योग से मिलती है, यही भावना योग की है, पुरातन भारतीय दर्शन की है। योग सिर्फ तभी नहीं होता जब हम आधा घंटा जमीन या मैट पर होते हैं। मोदी ने कहा कि योग अनुशासन है, समर्पण हैं, और इसका पालन पूरे जीवन भर करना होता है। योग आयु, रंग, जाति, संप्रदाय, मत, पंथ, अमीरी-गरीबी, प्रांत, सरहद के भेद से परे है। 

गौरतलब है कि आज पूरे देश के साथ विश्व के अनेक हिस्सों में भी लोगों ने योगाभ्यास के माध्यम से योग के प्रति अपनी अपनी जागरुकता दिखाई।