हैनकॉक ब्रिज की दर्द-ए-दास्तान  !

 29 Nov 2019  833

संवाददाता/in24 न्यूज़. दक्षिण मुंबई के हैनकॉक ब्रिज को साल 1879 में बनाया गया था और फिर साल 1923 में इसका पुनर्निर्माण किया गया था ये ब्रिज दक्षिण मुंबई के सैंडहर्स्ट रोड और भायखला के बीच स्थित था. चार साल से हैनकॉक पुल टूट चुका है जिसको लेकर एक व्यक्ति ने अपने हाथ में तख्त लेकर लोगों में जागरूकता फैलाने का काम किया. कथित व्यक्ति का कहना है कि यह अंग्रेजों द्वारा बनाया गया एक मजबूत लोहे का पुल था, लेकिन रेलवे और सरकार ने तय किया है कि इसे नीचे आना होगा. उसका आरोप है कि लोहे की विक्री के लिए अच्छी मात्रा में पैसा बनाया गया. हम हैनकॉक पुल के सिरे पर रहते हैं और जैसा कि आदमी कहता है कि 50 मीटर पार करने के लिए हमें दूसरी तरफ जाने के लिए 7 किलोमीटर की यात्रा करनी होगी. ब्रिज के ना रहने से कई बच्चे रेलवे ट्रैक पार करते हुए मर गए हैं क्योंकि दोनों तरफ स्कूल हैं. कई वादे और डेडलाइन आए और गए. भ्रष्ट ठेकेदारों को ब्रिज टेंडर से सम्मानित किया गया. यह एक दुखद स्थिति है. हम चार साल से पीड़ित हैं. ऐसे में सबसे बड़ा सवाल यह है कि क्या दक्षिण मुंबई के लोगों के सामने जो मुसीबत का पहाड़ खड़ा हुआ है उससे उन्हें कितने दिनों में निजात मिलेगी वैसे सरकारें बनती हैं बिगड़ती हैं. नई-नई परियोजनाओं का खाका तैयार किया जाता है लेकिन दुर्भाग्य इस बात का है कि तय समय सीमा के बाद भी उक्त परियोजनाओं को पूरा नहीं किया जाता.