निसर्ग तूफान ने महाराष्ट्र में ली चार की जान

 04 Jun 2020  723

संवाददाता/in24 न्यूज़.
कोरोना वायरस के संकट से घिरे महाराष्ट्र में चक्रवाती तूफान निसर्ग ने उतना उत्पात नहीं मचाया जितनी आशंका थी, इसके बावजूद चार लोगों को अपनी जान गंवानी पड़ी और इतने ही लोग घायल भी हुए. जबकि रायगढ़ और पालघर जिलों में तूफान के चलते पेड़ उखड़ गए। वहीं, असम में बाढ़ के हालात में बुधवार को थोड़ा सुधार हुआ। बाढ़ से जुड़ी घटनाओं में एक व्यक्ति की मौत होने से मरने वालों की संख्या बढ़कर 10 हो गई है। इस बीच, उत्तर प्रदेश और राजस्थान के अलावा देश के उत्तरी राज्यों के कई स्थानों में भी बारिश भी हुई, जिससे तापमान में गिरावट दर्ज की गई। भारतीय मौसम विभाग के एक वरिष्ठ अधिकारी ने बताया कि चक्रवात निसर्ग बुधवार दोपहर महाराष्ट्र तट पर 120 किलोमीटर प्रति घंटे की रफ्तार वाली हवाओं के साथ पहुंचा। यह अरब सागर से आया और दोपहर करीब साढ़े बारह बजे रायगढ़ जिले में स्थित अलीबाग में इसने दस्तक देना शुरू किया। यह प्रक्रिया दोपहर ढाई बजे पूरी हुई। अधिकारी ने बताया कि चक्रवात के अगले छह घंटों में हवा के कम दबाव वाले क्षेत्र में तब्दील होने की उम्मीद है और फिलहाल यह महाराष्ट्र के पुणे के ऊपर मौजूद है। गुजरात के तटीय जिलों सहित मुंबई-वासियों और पड़ोसी इलाकों के लोगों ने चक्रवात का मुकाबला करने के लिये तैयारियां कर रखी थी, लेकिन प्रभावित इलाकों में नुकसान के रूप में केवल पेड़ उखड़ने के कारण अधिक क्षति नहीं होने से लोगों ने राहत की सांस ली। गुजरात के दक्षिणी तटीय इलाकों में चक्रवात निसर्ग की वजह से कोई बड़ा नुकसान होने की खबर नहीं है। प्रदेश के राहत आयुक्त हर्षद पटेल ने कहा कि गनीमत रही कि चक्रवात बिना जानमाल के किसी बड़े नुकसान के गुजर गया। इस बीच, असम राज्य आपदा प्रबंधन प्राधिकार (एएसडीएमए) की दैनिक बाढ़ रिपोर्ट के अनुसार गोलपाड़ा जिले के लखीपुर में एक व्यक्ति की मौत हो गई।