'भारतीय छात्रों को बंधक बना रही है यूक्रेन की सेना', पुतिन के बयान का भारत ने किया खंडन

 03 Mar 2022  351
संवाददाता/ in24 न्यूज़
रुस लगातार यूक्रेन पर अपने हमले की गति को लगातार बढ़ा रहा है. यूक्रेन के कई बड़े शहरों पर रूस ने हमले तेज कर दिए हैं। जिसमें यूक्रेन की राजधानी कीव भी है. यूक्रेन में बिगड़ते हालत के बीच वहां रह रहे भारतीय नागरिकों को निकालने के लिए भी भारत सरकार की तरफ से लगातार प्रयास किये जा रहे हैं. इसी बीच प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी (Prime Minister Narendra) ने रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन से फोन पर बात कर यूक्रेन में फंसे भारतीयों को सुरक्षित निकालने के लिए चर्चा की। उधर, रूसी राष्ट्रपति पुतिन ने यूक्रेन की सेना पर बड़ा आरोप लगाया। उन्होंने पीएम मोदी से कहा कि यूक्रेनी सेना वहां मौजूद भारतीय छात्रों को बंधक बना रही है और उन्हें मानव शील्ड के तौर पर प्रयोग कर रहे हैं। साथ यूक्रेन की सेना भारतीयों को रूसी क्षेत्र में जाने से रोक रही है।


इस बारे में रूस के रक्षा मंत्रालय ने कहा कि, ' यूक्रेन से बाहर बेलोगोरोड के लिए जाने वालों भारतीय छात्रों को यूक्रेनी अधिकारी खारकीव में को रोक रखे हैं। दरअसल उन्होंने छात्रों को बंधक बनाया है। रक्षा मंत्रालय ने आगे कहा कि, भारतीय नागरिकों को सुरक्षित निकाले जाने के लिए रूसी सशस्त्र बल हर जरूरी कदम उठाने के लिए तैयार हैं। भारत जैसे चाहेगा, वैसे हम उन्हें (भारतीय नागरिकों) रूसी क्षेत्र से अपने खुद के मिलिट्री ट्रांसपोर्ट प्लेन या भारतीय विमान से उनके घर भेजने को तैयार हैं।'

रूस के इस बयान के बाद भारत के विदेश मंत्रालय की तरफ से बाकायदा एक बयान जारी कर मीडिया के उन सवालों के जवाब दिए जिसमें कहा जा रहा था कि यूक्रेन में क्या भारतीय स्टूडेंट बंधक हैं? इस बारे में विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता अरिंदम बागची ने कहा कि हम रूस, रोमानिया, पोलैंड, हंगरी, स्लोवाकिया और मोल्डोवा समेत क्षेत्र के सभी देशों के साथ मिलकर भारतीय नागरिकों को निकालने पर काम कर रहे हैं। पिछले कुछ दिनों में बड़ी संख्या में भारतीय नागरिकों को निकाला जा चुका है। हम यूक्रेन सरकार की तरफ से मिल रहे सहयोग के लिए उनका शुक्रिया अदा करते हैं। हम यूक्रेन की पश्चिमी सीमा से लगे पड़ोसी देशों के प्रति भी आभार व्यक्त करते हैं जो भारतीय नागरिकों के घर वापस आने तक रहने का इंतजाम कर रहे हैं।

आपको बता दें कि आधिकारिक सूत्रों के हवाले से खबर है कि ऑपरेशन गंगा के तहत करीब 20,000 भारतीयों में से अब तक 6,000 को स्वदेश लाया जा चुका है। साथ ही अभी और भी छात्रों को वहां से निकालने की प्रक्रिया चल रही है.