रावलपिंडी में पाकिस्तान के इतिहास का सबसे बड़ा शांतिपूर्ण विरोध प्रदर्शन

 23 Nov 2022  418
ब्यूरो रिपोर्ट/in24न्यूज़/रावलपिंडी
 
पाकिस्तान के पूर्व प्रधानमंत्री इमरान खान को लेकर एक बड़ी खबर सामने आयी है, जिसमें पाकिस्तान तहरीक-ए-इंसाफ के नेता और पूर्व मंत्री फैसल जावेद खान ने दावा किया है कि उनकी पार्टी के प्रमुख इमरान खान 26 नवंबर के दिन रावलपिंडी में देश के इतिहास के सबसे बड़े शांतिपूर्ण विरोध प्रदर्शन का नेतृत्व करेंगे. फैजल खान के मुताबिक पाकिस्तान के लोग वर्तमान संकट से उबरने के लिए चुनाव कराने की मांग कर रहे हैं. फैसल खान ने ट्वीट कर कहा कि अल्लाह ने चाहा तो इमरान खान 26 नवंबर को रावलपिंडी में देश के सबसे बड़े और शांतिपूर्ण विरोध प्रदर्शन का नेतृत्व करेंगे. फैजल खान के अनुसार पाकिस्तान के लोगों की मांग है कि संकट से बाहर निकलने के लिए चुनाव की घोषणा की जाए. यह पाकिस्तान और खास तौर पर देश के गरीब लोगों की समस्या है. फैजल खान ने एक ट्वीट कर कहा कि पाकिस्तान के सामने 'सबसे बड़ी समस्या' उसकी अर्थव्यवस्था है. उन्होंने आर्थिक अस्थिरता के लिए राजनीति की अस्थिरता को जिम्मेदार ठहराया. गरीब और मध्यम वर्ग गंभीर समस्याओं से जूझ रहा है. देश दिवालियापन के कगार पर पहुंच गया है, ऐसे में देश में चुनाव ही एकमात्र समाधान है. इस बीच, पीटीआई के नेता असद उमर ने 26 नवंबर को इमरान खान के आगमन के लिए रावलपिंडी के निवासियों से 'तैयार रहने' का आह्वान किया है. उमर ने ट्वीट कर कहा, पिंडी, तैयार हो जाओ ! देश के बाकी हिस्सों के साथ कप्तान 26 नवंबर को आ रहे हैं. वहीं, पार्टी के नेता व पूर्व मंत्री फवाद चौधरी ने कहा कि अगर नए सेना प्रमुख की नियुक्ति के बाद चुनाव होते हैं, तो पीटीआई अपनी रणनीति का खुलासा करेगी.
   
      एक समाचार चैनल से बात करते हुए पूर्व मंत्री फवाद चौधरी ने कहा कि मध्यावधि चुनाव को लेकर सरकार के साथ बातचीत हो रही है. फवाद चौधरी ने आगे कहा कि पीटीआई ने सरकार से चुनाव की तारीख घोषित करने की मांग की है. हालांकि, उन्होंने जोर देकर कहा कि पीटीआई के साथ-साथ पाकिस्तान के लोगों ने भी जल्द चुनाव कराने की मांग की है. तो कुल मिलाकर पाकिस्तान के पूर्व प्रधानमंत्री और तहरीक-ए-इंसाफ पार्टी के अध्यक्ष इमरान खान रावलपिंडी में होने वाले पाकिस्तान के सबसे बड़े शांतिपूर्ण विरोध प्रदर्शन को लेकर सुर्ख़ियों में छ गए हैं ऐसे में क्या पाकिस्तान की राजनीतिक तस्वीर बदलेगी इसको लेकर अटकलों का बाजार पूरी तरह से गर्म है.