बुरे वक्त में काम आता है सच्चा दोस्त, तुर्की ने जताया भारत का आभार

 07 Feb 2023  469
ब्यूरो रिपोर्ट/in24न्यूज़
 
लगभग एक सदी के बाद तुर्की में भूकंप से तबाही मची है. इस तबाही ने पूरी दुनिया को हिलाकर रख दिया. भूकंप के तेज झटकों से तुर्की और सीरिया देश कांप उठा. जिन परिस्थितियों का आज तुर्की देश सामना कर रहा है, उसमें कई देशों ने तुर्की को मदद का भरोसा दिया है. इसी बीच भारत ने भी तुर्की को माड़ का भरोसा दिया है. भारत ने तुर्की में भूकंप से लोगों की मदद के लिए एनडीआरएफ की एक टीम को रवाना किया है. इस टीम में विशेष रूप से प्रशिक्षित अधिकारी और जवान शामिल हैं. एनडीआरएफ के 101 जवान ऑपरेशन को कंडक्ट करेंगे तो वहीं, 24 घंटे के भीतर एक के बाद एक चार भूकंप के झटके झेल रहे तुर्की को भारत द्वारा मदद करने का प्रयास इतना अच्छा लगा कि उसने भारत को सच्चा दोस्त करार दिया. भारत में तुर्की के राजदूत फिरत सुनेल ने नई दिल्ली को इस बात के लिए धन्यवाद दिया और कहा कि, "ज़रूरत में काम आने वाला दोस्त ही सच्चा दोस्त होता है. ट्विटर पर फिरत सुनेल ने कहा कि, तुर्की और हिंदी में एक आम शब्द होता है 'दोस्त'. इसके लिए उन्होंने कहा कि बहुत बहुत धन्यवाद भारत. इससे पहले, केंद्रीय विदेश राज्य मंत्री वी मुरलीधरन ने तुर्की के दूतावास का दौरा किया और शोक व्यक्त जताया. प्रधानमंत्री कार्यालय ने कहा कि एक बैठक आयोजित की गई थी और यह निर्णय लिया गया था कि राहत सामग्री के साथ एनडीआरएफ और मेडिकल टीमों के खोज और बचाव दलों को तुर्की गणराज्य की सरकार के साथ समन्वय में तुरंत भेजा जाएगा. पीएमओ ने एक बयान में कहा कि, राष्ट्रीय आपदा राहत बल (एनडीआरएफ) की दो टीमें, विशेष रूप से प्रशिक्षित डॉग स्क्वायड और आवश्यक उपकरणों के साथ 100 कर्मियों को शामिल करते हुए, खोज और बचाव कार्यों के लिए भूकंप प्रभावित क्षेत्र में जाने के लिए तैयार हैं. कुल मिलाकर विकट परिस्थितियों का सामना कर रहे तुर्की और सीरिया की मदद वक्त की जरूरत है और भारत ने सबकुछ छोड़कर भूकंप प्रभावित देशों की मदद का जो बीड़ा उठाया है वो काबिल-ए-तारीफ है.