चार्ल्स-कैमिला की ब्रिटेन में हुई ताजपोशी

 07 May 2023  419

संवाददाता/in24 न्यूज़.
आधिकारिक तौर पर अब ब्रिटेन के नए राजा 74 वर्षीय किंग चाल्र्स तृतीय (king King Charles III) और क्वीन कैमिला (Queen Camilla) की ताजपोशी हो गई, जिसके साथ ही प्रिंस चाल्र्स अब 15 देशों के किंग बन गए। लंदन (London) के ऐतिहासिक वेस्टमिंस्टर ऐबे में हुए राजतिलक समारोह में दुनियाभर के करीब 2000 शाही मेहमान शामिल हुए। शनिवार को लंदन के वेस्टमिंस्टर ऐबे चर्च में 80 मिनट तक राजा-रानी की ताजपोशी से जुड़ी रस्में चलीं। इसके बाद आर्चबिशप ने किंग चार्ल्स और क्वीन कैमिला को ताज पहनाए। किंग चाल्र्स ने 360 साल (1661) पहले बना सेंट एडवर्ड का ताज पहना, तो वहीं क्वीन ने जो ताज पहना उससे कोहिनूर हीरा नहीं जड़ा हुआ था। सबसे पहले चार्ल्स को बतौर किंग लोगों के सामने पेश किया गया। इस दौरान वह सिंहासन के सामने ऐबे की तरफ मुंह करके खड़े हुए। आर्चबिशप ने उनके राजा बनने की घोषणा की, इसके बाद चार्ल्स ने ईसाइयों की पवित्र किताब पर हाथ रखकर शपथ ली। शपथ के दौरान उन्होंने कहा कि मैं राज करने नहीं, सेवा करने के लिए आया हूं।  ताजपोशी में शामिल लोगों ने ‘गॉड सेव द किंग’ गाया। बता दें कि ब्रिटिश शाही परिवार में 70 साल बाद ताजपोशी हुई है। इससे पहले 1953 में किंग चार्ल्स की मां यानी महारानी एलिजाबेथ की ताजपोशी हुई थी। उस समय चार्ल्स की उम्र केवल चार साल थी। आर्चबिशप ने सोने के कलश से पवित्र तेल लेकर किंग चार्ल्स के हाथ और सिर पर डाला। इसके लिए चर्च में उन्हें पर्दे लगाकर कवर किया गया था। इसके लिए सोने के कलश और 12वीं सदी की चम्मच का इस्तेमाल किया गया। इस स्टेप को पूरी सेरेमनी का सबसे पवित्र हिस्सा माना जाता है। किंग को न्याय के लिए तलवार सौंपी गई। क्वीन कैमिला को भी साधारण सेरेमनी कर क्वीन मैरी का ताज पहनाया गया। वही, किंग चार्ल्स की ताजपोशी के बाद ब्रिटेन में 13 जगहों पर 21 गन सैल्यूट दिए गए। इनके बीच 10 सैकंड का गैप रखा गया था।  पूरी प्रक्रिया के दौरान ब्रिटेन के पीएम ऋषि सुनक (Rishi Sunak) ने किंग चार्ल्स तृतीय के राज्याभिषेक समारोह में ‘बिब्लिकल बुक ऑफ कोलोसियन’ यानी बाइबिल के कुछ अंश पढ़े। बाइबिल पढक़र उन्होंने ईसाई समारोह की आस्था बहु-विश्वास को आगे बढ़ाया। बता दें कि इस ताजपोशी के बाद किंग चार्ल्स को दुनिया भर से बधाइयां मिल रही हैं।