पाकिस्तान फिर चाहता है भारत से वार्ता

 26 May 2019  1110
संवाददाता/in24 न्यूज़.   

 

मोदी के पुनः भारी बहुमत से जीतने के बाद पाकिस्तान के हौसले पर भी असर पड़ा है. यही कारण है कि अब उसके तेवर ढीले पड़ने शुरू हो रहे हैं. वैश्विक बिरादरी खासकर संयुक्त राष्ट्र के दबाव में उसे न सिर्फ अपनी जमीन से आतंक का उद्योग चला रहे आतंकी संगठनों पर कार्रवाई को बाध्य होना पड़ रहा है, बल्कि भारत में लोकसभा चुनाव के बाद भारी बहुमत से चुनकर आने वाली मोदी 2.0 सरकार को लेकर भी अपने रवैये में बदलाव लाने को मजबूर होना पड़ रहा है. हालांकि लाख टके का सवाल तो यही है कि क्या भारत पाकिस्तान की इस तरह की पहल का माकूल जवाब देगा या आतंकी समूहों पर ठोस कार्रवाई की मांग पर कायम रहेगा. गौरतलब है कि पाकिस्तान के विदेश मंत्री शाह महमूद कुरैशी ने कहा है कि पाकिस्तान भारत की नई सरकार से सभी लंबित मुद्दों पर बातचीत को तैयार है. सरकारी रेडियो पाकिस्तान की खबर के अनुसार कुरैशी ने शनिवार रात मुल्तान में एक इफ्तार पार्टी को संबोधित करते हुए कहा कि भारत और पाकिस्तान दोनों को क्षेत्र की समृद्धि और शांति के लिए बातचीत कर मुद्दों को सुलझाना चाहिए. इससे दो दिन पहले ही भारतीय जनता पार्टी ने बड़े बहुमत से लोकसभा चुनाव में जीत हासिल की है और नरेंद्र मोदी दूसरी बार प्रधानमंत्री पद की शपथ लेने जा रहे हैं.