जम्मू-कश्मीर पर प्रतिबंध का पड़ा है विनाशकारी प्रभाव

 08 Oct 2019  910

संवाददाता/in24 न्यूज़.
अमेरिकी पैनल ने कहा है कि जम्मू-कश्मीर पर प्रतिबंध का विनाशकारी प्रभाव पड़ा है, इसलिए अब हटाने का समय आ गया है. गौरतलब है कि 22 अक्टूबर को निर्धारित जम्मू और कश्मीर की स्थिति पर अमेरिकी कांग्रेस पैनल की सुनवाई से पहले हाउस फॉरेन अफेयर्स कमेटी ने कहा कि संचार पर प्रतिबंध का विनाशकारी प्रभाव पड़ा है. कहा गया है कि यह भारत के लिए इन प्रतिबंधों को उठाने का सही समय है. कमेटी ने सोमवार को एक ट्वीट में कहा कि कश्मीर में भारत के संचार ब्लैकआउट का रोजमर्रा के कश्मीरियों के जीवन और कल्याण पर विनाशकारी प्रभाव पड़ रहा है. भारत के लिए इन प्रतिबंधों को उठाने और कश्मीरियों को किसी भी अन्य भारतीय नागरिक के समान अधिकार और विशेषाधिकार देने का समय है. यूएस कांग्रेस के अध्यक्ष ब्रैड शेरमैन ने घोषणा की 22 अक्टूबर को सुबह 10 बजे उपसमिति दक्षिण एशिया में मानवाधिकार पर सुनवाई करेगी. मीडिया के लिए एक बयान में शेरमैन ने कहा कि सहायक सचिव एलिस वेल्स, जो दक्षिण एशिया की ओर सभी राज्य विभाग नीति की देखरेख करते हैं, गवाही देंगे. ब्यूरो ऑफ डेमोक्रेसी, ह्यूमन राइट्स एंड लेबर के डिप्टी असिस्टेंट सेक्रेटरी, स्कॉट बुस्बी, जो विदेशी मानवाधिकार के प्रयासों को दक्षिण एशिया मानते हैं, भी गवाही देंगे. सुनवाई कश्मीर घाटी पर भी केंद्रित होगी, जहां कई राजनीतिक कार्यकर्ताओं को गिरफ्तार किया गया था और इंटरनेट और टेलीफोन संचार बाधित हुआ था. यह कश्मीर में मानवीय स्थिति की भी समीक्षा करेगा और क्या कश्मीरियों के पास पर्याप्त आपूर्ति और आवश्यक वस्तुएं हैं. इससे पहले अमेरिका की सीनेट कमेटी ऑन फॉरेन रिलेशंस ने अपनी रिपोर्ट में कश्मीर में मानवीय संकट को समाप्त करने की अपील की थी. रिपोर्ट में कश्मीर की स्थिति पर भी बात हुई. रिपोर्ट के अनुसार राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रम्प से करीबी संबंधों के लिए जाने जाने वाले वरिष्ठ सीनेटर और प्रमुख रिपब्लिकन नेता लिंडसे ग्राहम ने रिपोर्ट को सीनेट में प्रस्तुत किया. इसमें कश्मीर में वर्तमान मानवीय संकट पर चिंता की गई है साथ ही दूरसंचार और इंटरनेट सेवाओं को पूरी तरह से बहाल करने की बात कही गई थी.