ओडिशा में नवजात बच्ची को जिंदा दफ़न किया गया, गांव के लोगो ने बचाया

 29 Mar 2017  1564
  ब्यूरो रिपोर्ट /in24 न्यूज़, ओडिशा एक तरफ  देश के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का नारा है  "बेटी बचाओ बेटी पढ़ाओ" लेकिन वहीँ  दूसरी ओर समाज के कई  लोगो की सोच लड़कियों के प्रति आज भी छोटी ही है।  दुनिया में कई ऐसे माँ बाप है जो संतान के लिए तरस रहे है और वही दूसरी तरफ ओड़ीशा के जाजपुर जिले में हुए दर्दनाक वाकये से आपके रोंगटे आपके खड़े हो जायेगा। ओडिशा के एक नवजात बच्ची की खबर पढ़ कर आपकी आंखे भर जायेगी। खबर है 6 घंटे पहले पैदा हुई नवजात बच्ची को बेरहमी से जमींन में दफ़न किया गया वह भी जिंदा। लड़कियो आज लड़को के मुकाबले में हर क्षेत्र में काम से काम मिला कर चल रहीं हैं।  यह कैसे माता पिता है जिन्होंने इंसानियत को शर्मसार कर दिया। शायद, अभी भी कुछ इंसानियत बची है लोगो में जो उस मासूम बच्ची की जान बचाई। आप लोगो को इस विडियो को देख कर पता चल सकता है कि किस तरह मासूम बच्ची को ज़मींन  से निकाला जा रहा है , फिर उस को अस्पताल पंहुचाया गया, अस्पताल के कर्मचारियों ने मासूम बच्ची का नाम धरती दिया जिसका मतलब है 'पृथ्वी'  वैसे जिस वक़्त बच्ची को अस्पातल ले जाया गया उस वक़्त उसकी हालात नाज़ुक थी। पर समय रहते बच्ची को गांव वालो ने अस्पताल पंहुचा दिया, बताय जा रहा है बच्ची खतरे के बहार है। सूत्रों की मने तो चश्मदीद अलोक राउत के मुताबिक 'एक छोटी बच्ची ने सब से पहले खेत के पास जमीन के अंदर दफनाई गई बच्ची के पैर देखे और हम सबको इस बारे में आकर बताय, जिसके बाद हम सभी लोग स्थान की ओर गए और नवजात बच्ची को बचाया। '  वहीँ जाजपुर जिले के मुख्य चिकित्सा अधिकारी फणिंद्र कुमार पाणिग्रही ने बताया कि बच्ची अब अच्छी है और सामान्य है। नवजात का वजन तक़रीबन 2. 50 किलोग्राम है और जन्म गर्भ में पुरे महीने के बाद हुए है। बच्ची की गर्भनाल बिलकुल सही है, जन्म के बाद बच्ची के शरीर को भी साफ़ नहीं किया गया था। [video width="396" height="216" mp4="/uploads/2017/03/17533950_368182526908984_2307229407476973568_n.mp4"][/video] बताय जा रहा है की इलाज पूरा होने के बाद मासूम बच्ची को राज्य द्वारा  संचालित बल कल्याण समिति में भेज जाएंगे। पुलिस का शक है की इस नवजात को मारने का कारण या तो बिन ब्याही मां है या तो इसका लड़की होना की वजह हो सकती है।  स्थानीय पुलिस अधिकारी ज्योति प्रकाश पंडा का कहना है 'हम इस बच्ची के माता पिता का पता लगाने की कोशिश कर रहे है, शक है की यह लड़की पैदा होने का मामला है लेकिन इतना तो तय है की आरोपी इसे मरना चाहते थे।'