शिरडी पर बंद होने का ख़तरा

 18 Jan 2020  2650

संवाददाता/in24 न्यूज़.  
साईं बाबा के भक्त आजकल नाराज़ हैं. क्योंकि मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे के बयान से वे आहत हैं. हो सकता है रविवार से शिरडी शहर अनिश्चितकाल के लिए बंद हो सकता है. इसलिए आपको परेशानी का सामना करना पड़ सकता है. शिरडी का साईं मंदिर हिंदू और मुसलमानों दोनों की आस्था का प्रतीक है. यहां हर साल लाखों की तादात में साईं बाबा के भक्त दर्शनों के लिए पहुंचते हैं. लेकिन अब इस शहर के अनिश्चितकाल के लिए बंद होने का खतरा मंडरा रहा है. जिसके चलते शिरडी में साईं बाबा के दर्शन के लिए जाने वाले भक्तों को अपने बाबा के दर्शन तो मिलेंगे लेकिन, शिरडी शहर में न पानी मिलेगा, न खाना और न ही रहने की कोई सुविधा. बता दें कि इसके पीछे महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे का एक बयान है. इस बयान में उन्होंने कहा था, "परभणी जिले के नजदीक पाथरी गांव में साईं बाबा के जन्म स्थान पर 100 करोड़ के विकास काम करवाएंगे. पाथरी गांव में इस प्रोजेक्ट पर काम किया जाएगा." सीएम ठाकरे के इस ऐलान के बाद शिरडी के लोग नाराज हैं.शिरडी के लोगों का कहना है कि सरकार ये साफ करे कि पाथरी में विकास का काम इसलिए नहीं होगा कि, वहां साईं का जन्म हुआ है. साईं बाबा के जन्म स्थान पर हुए विवाद को लेकर एक न्यूज चैनल ने शिवसेना के मंत्री अब्दुल सत्तार से बात की. जिसमें उन्होंने सीएम के उस बयान के बारे में सफाई दी. अब्दुल सत्तार ने कहा कि साईं बाबा के जन्म स्थान पाथरी को सरकार की तरफ से जो फंड देने की बात हुई है उसपर बाकयदा मीटिंग हुई है. उस मीटिंग में मैं भी मौजूद था. उन्होंने कहा कि, "मुख्यमंत्री को कागजातों के साथ बताया गया है कि साईं बाबा का असली जन्म स्थान परबनी के पाथरी गांव में ही हुआ था. इसी के आधार पर उस गांव के विकास के लिये सरकार की तरफ से सहायता की जा रही है." उन्होंने कहा कि ये विवाद पुराना है और पाथरी के विकास से शिरणी के साईं बाबा के मंदिर पर कोई असर नहीं पड़ने वाला. उन्होंने मंदिर को बंद रखने के बारे में कहा कि ये शिरणी के लोगों का सही निर्णय नही है. वहीं शिरडी के लोगों का कहना है कि साईं बाबा का जन्म पाथरी में नहीं बल्कि शिरडी में हुआ है.