फरवरी से शुरू होगा मुंबई के धारावी रीडेवलपमेंट प्रोजेक्ट का काम, अडानी की कंपनी करेगी बायोमेट्रिक सर्वे

 26 Jan 2024  1272

ब्यूरो रिपोर्ट/in24 न्यूज़/मुंबई      


एशिया की सबसे बड़ी झुग्गी धारावी के रीडेवलपमेंट का काम अडानी समूह के पास है. जिसके कायापलट की तैयारी गौतम अडानी शुरू कर चुके हैं. फरवरी महीने से धारावी रीडेवलपमेंट प्रोजेक्ट के लिए अडानी की कंपनी डेटा कलेक्शन का काम शुरू करने जा रही है. रीडेवलपमेंट के बाद किसको मुफ्त घर दिया जाएगा और किसे नहीं, इसे लेकर जल्द ही बायोमेट्रिक सर्वे का काम शुरू होगा. अडानी की कंपनी इस सर्वे से धारावी के एक मिलियन गरीब निवासियों से महत्वपूर्ण डेटा और बायोमेट्रिक कलेक्ट करेगी. इसी डेटा के आधार धारावी रिडेवलपमेंट के बाद गरीब झोपड़ावासियों को पक्का मकान मिलेगा. हालांकि ये काम इतना आसान नहीं है. लगभग 600 एकड़ में फैले इस धारावी झुग्गी को बदलने के लिए कई चुनौतियां हैं, जिसका सामना अडानी कंपनी को करना होगा. धारावी में डाटा कलेक्ट करने के लिए अडानी ग्रुप की टीम लोगों के घर-घर जाएगी और वहां से लोगों की जानकारी इकट्ठा करेगी. उक्त सर्वे में लोगों से सवाल कर तमाम जानकारियां हासिल की जाएगी कि वो कब से धारावी बस्ती में रहते हैं, और क्या काम करते हैं. उनसे दस्तावेज और बायोमेट्रिक जानकारियों के आधार पर उनके  मालिकाना हक का डेटा कलेक्ट किया जायेगा. बताया जाता है कि कभी धारावी बस्ती मुंबई के बाहर हुआ करती थी. धारावी बस्ती एक ओर बांद्रा-कुर्ला कॉम्प्लेक्स और दूसरी ओर दादर और माहिम जैसी पुरानी रिहायशी इलाकों से घिरा है. एशिया के इस सबसे बड़े स्लम के रीडेवलपमेंट प्रोजेक्ट के तहत लोगों को नए घर मिलेंगे. इस प्रोजेक्ट के पूरा होने पर उन लोगों को नया घर मिलेगा, जो साल 2000 से पहले से धारावी एरिया में रह रहे हैं. यहां रहने वाले करीब 7 लाख लोगों को इस रिडेवलपमेंट का इंतजार है. अडानी ग्रुप धारावी झुग्गी-बस्ती के मालिकाना हक वाले लोगों को 350 वर्ग फुट के नए फ्लैट देगा. दरअसल साल 2022 में अडानी की कंपनी को धारावी के रिडेवलपमेंट का काम मिला था और तब से ही इस प्रोजेक्ट में कई तरह की बाधाएं आ रही थी लेकिन अब अडानी समूह की ओर से साफ़ कर दिया गया है कि फरवरी महीने से धारावी बस्ती के पुनर्विकास का कार्य आरंभ हो जाएगा.