मुंबई की सड़कों को गड्ढामुक्त करने की योजना अधर में लटकी
02 Nov 2022
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संवाददाता/in 24 न्यूज़।
कोरोना महामारी के दौरान बीएमसी द्वारा खर्च किए गए 12,000 करोड़ रुपये की कैग से जांच कराने के मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे के निर्देश के दो दिन के बाद ही मुंबई महानगर पालिका ने मुंबई में सड़कों के काम के निकाले गए 5,800 करोड़ रुपये के टेंडर रद्द कर दिए हैं। बीएमसी ने मुंबई में 400 किलोमीटर लंबी सड़कों को सीमेंटेड करने के लिए दो अगस्त को पांच टेंडर निकाले थे। वे सभी मंगलवार को रद्द कर दिए गए। मुंबई की सड़कों को गड्ढामुक्त करने की योजना अधर में लटक गई है। बीएमसी प्रशासन का कहना है कि इस प्रॉजेक्ट के लिए कंपनियों ने ज्यादा रुचि नहीं दिखाई, इसलिए टेंडर रद्द किए जा रहे हैं। अब नए सिरे से जल्द ही टेंडर जारी किए जाएंगे। पहले के टेंडर में जो शर्तें रखी गई थीं, उन पर पुनर्विचार कर क्वॉलिटी से समझौता न करते हुए जल्द ही नए टेंडर मंगाए जाएंगे। मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे के पूछने पर बीएमसी कमिश्नर आईएस चहल ने दावा किया था कि अगले दो साल में सड़कों को गड्ढामुक्त कर दिया जाएगा। उसके बाद आनन-फानन में कमिश्नर चहल ने 2 अगस्त को मुंबई की 400 किमी लंबी सड़क को सीमेंटेड करने के लिए 5,800 करोड़ रुपये के 5 टेंडर जारी करने की घोषणा की थी। मुंबई सिटी और पूर्वी उपनगर के लिए एक-एक और पश्चिम उपनगर के लिए तीन टेंडर थे। बीएमसी ने माना है कि सड़कों के सीमेंटेड के लिए जारी टेंडर में शर्तें काफी कड़ी थीं, इसलिए 6 कंपनियां ही आगे आईं। इसी कारण टेंडर रद्द किए जा रहे हैं।