विकास दुबे एनकाउंटर मामले में पुलिस सब इंस्पेक्टर ने की सीबीआई जांच की मांग !
12 Jul 2020
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संवाददाता/in24न्यूज़. उत्तर प्रदेश के कानपुर में हुई 8 पुलिसकर्मियों की हत्या के मुख्य आरोपी विकास दुबे को पुलिस ने मुठभेड़ के दौरान मार गिराया. इस मामले में कानपुर के चौबेपुर थाने के सब इंस्पेक्टर कृष्ण कुमार शर्मा पर मुखबिरी का आरोप लगा जिसके बाद उन्हें गिरफ्तार कर लिया गया. अब सब इंस्पेक्टर कृष्ण कुमार शर्मा ने सुप्रीम कोर्ट से मांग की है कि उन्हें सुरक्षा मुहैया कराई जाए. पुलिस सब इंस्पेक्टर शर्मा ने आशंका जाहिर की है कि यदि उन्हें सुरक्षा प्रदान नहीं की गई तो ऐसे में उन्हें विकास दुबे की तरह फर्जी एनकाउंटर में मारा जा सकता है. शर्मा ने इस पूरे प्रकरण को सीबीआई या किसी स्वतंत्र जांच एजेंसी को सौंपने की मांग की है.
वहीं दूसरी ओर गिरफ्तार पुलिस सब इंस्पेक्टर कृष्ण कुमार शर्मा के वकील के मुताबिक उनके मुवक्किल ने केवल अपने वरिष्ठ अधिकारी विनय कुमार तिवारी के निर्देशों का पालन किया जिसकी किसी भी अनुशासित सुरक्षा बल के जवान से अपेक्षा की जाती है. वरिष्ठ पुलिस इंस्पेक्टर विनय तिवारी ने सब इंस्पेक्टर कृष्ण कुमार शर्मा को सिर्फ इतना बताया था कि किसी अपराधी के यहां छापे मारी होने वाली है लेकिन उन्हें यह नहीं बताया गया कि छापेमारी किसके यहां पर की जाने वाली है, ऐसे में उनके मुवक्किल को घटना के बारे में किसी प्रकार की कोई जानकारी नहीं थी लिहाजा उन पर लगाया गया आरोप बेबुनियाद है. मुखबिरी के आरोप में गिरफ्तार पुलिस सब इंस्पेक्टर कृष्ण कुमार शर्मा की तरफ से दायर की गई याचिका में उन्होंने सुप्रीम कोर्ट से अपील की है कि सीबीआई या किसी भी केंद्रीय जांच एजेंसी से इस पूरे प्रकरण की जांच कराई जाए उन्हें आशंका है कि यदि इस मामले की जांच उत्तर प्रदेश पुलिस के द्वारा की जाती है तो यह निष्पक्ष जांच नहीं हो पाएगी और यदि उन्हें जेल से बाहर लाया जाता है तो उनका भी फर्जी एनकाउंटर किया जा सकता है. इसलिए सब इंस्पेक्टर कृष्ण कुमार शर्मा ने सुप्रीम कोर्ट से अपील की है कि उनसे होने वाली किसी भी पूछताछ को जेल के भीतर ही पूरा किया जाए और उन्हें किसी भी कारण जेल से बाहर न लाया जाए. कानपुर के चौबेपुर पुलिस स्टेशन में तैनात सब इंस्पेक्टर कृष्ण कुमार शर्मा उन 5 पुलिस जवानों में शामिल है जिनके ऊपर विकरु गांव के विकास दुबे के घर छापेमारी की जानकारी लीक करने का आरोप लगा है. इसमें सीनियर पुलिस इंस्पेक्टर विनय तिवारी को सबसे प्रमुख रूप से जिम्मेदार माना जा रहा है. फिलहाल सभी आरोपी पुलिसकर्मियों को निलंबित कर मामले की जांच की जा रही है सीनियर इंस्पेक्टर विनय तिवारी और पुलिस सब इंस्पेक्टर कृष्ण कुमार शर्मा को गिरफ्तार किया जा चुका है. मामले की जांच एक उच्चस्तरीय कमेटी से करने की घोषणा भी की जा चुकी है. 3 जुलाई को हुई इस सनसनीखेज वारदात में उत्तर प्रदेश पुलिस के 8 जवान शहीद हो गए थे.