अश्लील साइट सर्च करनेवाले दो युवक गिरफ्तार

 07 Aug 2020  666

संवाददाता/in24 न्यूज़।  
चाइल्ड पोर्नोग्राफी समूचे विश्व में प्रतिबंधित होने के बावजूद आज भी बाल शोषण कई तरीकों से जारी है. मगर अब अश्लील सामग्री इंटरनेट पर सर्च करनेवालों की अब खैर नहीं। इस मामले में साइबर क्राइम से बचना अब संभव नहीं होगा. बाल शोषण पर फोटो या वीडियो इंटरनेट में सर्च करनेवाले युवकों को पुलिस अब आसानी से धर दबोचेगी। उन्हें अब जेल की हवा खानी पड़ सकती है। इस विषय पर सर्वेक्षण करने के लिए दिल्ली में नेशनल क्राइम ब्यूरो रिकार्ड्स (एससीआरबी) में विशेष सेल बनाया जा रहा है। गूगल में बच्चों से जुड़ी अश्लील फोटो या वीडियो या की-वर्ड से बेवसाइट पर सर्च करनेवालों का सेल नंबर आईपी अड्रेस (इंटरनेट प्रोटोकॉल) के साथ पहचान होगी। इस पहचान की आईपी संबंधित राज्य के सीआईडी विभाग को भेजी जाएगी। वहां से महानगर या शहर या संबंधित क्षेत्र को जानकारी भेजकर आरोपी को धरदबोचा जाएगा। इस तरह के मामले में हैदराबाद में दो युवकों को सिटी साइबर पुलिस ने इंस्पेक्टर मोहन राव के नेतृत्व में की गई कार्रवाई के दौरान पकड़ गया। तारनाका के मोहम्मद फिरोज निजी कर्मचारी है। अश्लील वेबसाइट पर बच्चों से जुड़़े वीडियो डाउलनलोड की। उसने अपने वेबसाइट में उसे अपलोड किया। इसके अलावा काचीगुड़ा का प्रशांत कुमार ने एमबीए की पढ़ाई पूरी कर रोजगार की तलाश कर रहा है। उसने अश्लील वेबसाइट पर बच्चों से जुड़ी अश्लील फोटो और वीडियो डाउनलोड कर अन्य वेबसाइट पर अपलोड किया। संबंधित आरोपियों के आईपी अड्रेस रिकार्ड कर एनसीआरबी ने राज्य के सीआईडी विभाग को भेजी। जानकारी के आधार पर हैदराबाद साइबर क्राइम पुलिस ने आईपी अड्रेस के आधार पर दोनों आरोपियों को गिरफ्तार किया। बता दें कि इनके अलावा अन्य 12 लोगों से संबंधित आईपी अड्रेस पर साइबर क्राइम पुलिस पैनी नजर रखी है। चाइल्ड पोर्नोग्राफी समूचे विश्व में प्रतिबंधित है। इसविषय पर इंटरनेट में बच्चों से जुड़ी अश्लील फोटो या वीडियो जानकारी देने के मामले में एनसीआरबी अन्य देशों को भी सहयोग दे रही है। इंटरनेट का इस्तेमाल करनेवालों को अश्लील की-वर्ड के इस्तेमाल से बचकर रहना होगा। साइबर पुलिस ने मामले दर्ज करने की चेतावनी दी है। इस चेतावनी के बाद इस मामले में कितनी कमी आती है, यह देखना होगा.