कोरोना में बेरोजगारी से डरकर पुत्र ने पिता को जहर दी और खुद भी जान दी

 11 Sep 2020  564

संवाददाता/in24 न्यूज़.
एक बेटा अपने पिता के इलाज के लिए जहां हर तरह की मुसीबतों का सामना करता है, वहीं एक ऐसे बेटे का मामला सामने आया है जिसने कोरोना के दौरान अपने पिता की हत्या करने की कोशिश की और खुद जान दे दी. बताया जा रहा है कि कोरोना की वजह से आर्थिक स्थिति खराब होने के कारण एक युवक ने आत्महत्या कर ली। युवक ने अपने पिता से कहा कि वह ऐसी दवा लाया है जिसे पीने से कोरोना नहीं होता। उसकी बात मानकर उन्होंने दवा पी ली फिर उसने भी वही पी। इसके तुरंत बाद युवक की मौत हो गई और उसके पिता गंभीर हालत में अस्पताल में भर्ती हैं। संयोग से मां की जान बच गई क्योंकि उस समय वह किचन में काम कर रही थीं। यह घटना हैदराबाद के पंजागुट्टा पुलिस स्टेशन में हुई। बंजारा हिल्स कॉलोनी के गिरिशिखर अपार्टमेंट में रहने वाले 61 वर्षीय अल्लमपाटी  रामिरेड्डी और ए श्रावणी रेड्डी दंपति का बेटा है 31 वर्षीय ए अनीश रेड्डी। अनीश रेड्डी आईटी कंपनियों में कैंटीन चलाया करता था। कोरोना के चलते छह महीने से सब कुछ बंद है और आईटी कंपनियां कर्मचारियों से वर्क फ्रॉम होम करवा रही है। ऐसे में उनका कैंटीन बिजनेस पूरी तरह से बंद हो गया। इसी के चलते अनीश रेड्डी पिछले कुछ समय से गंभीर अवसाद से पीड़ित था। शायद अनीश रेड्डी ने सोचा हो कि अगर इकलौते बेटे की मौत हुई तो इस उम्र में माता-पिता की देखभाल कौन करेगा। बुधवार रात करीब 11:10 बजे वह एक दवा लेकर घर आया और पिता से कहा कि यह दवा पीने से कोरोना नहीं होगा। पिता वह दवा पीने लगे तो मां से भी पीने को कहा पर मां ने कहा कि वह काम निपटाकर आएगी तब पी लेगी। तबतक अनीश रेड्डी ने पिता को पिलाकर खुद भी दवा पी ली। दस मिनट बाद मां किचेन से बाहर आई तो देखा कि दोनों बाप-बेटे उल्टियां कर रहे थे। बता दें कि कोरोना की वजह से इसके पहले भी अनेक लोगों ने आत्महत्या कर अपनी ज़िंदगी खत्म कर ली.