अपराधियों का पूरा गांव सही राह पर चलने को तैयार

 21 Sep 2020  457

संवाददाता/in24 न्यूज़.
अपराध से जुड़े पूरे गांव ने अब सही रस्ते पर चलने का फैसला किया है. यूपी के बदायूं जिले में अपराध में लिप्त होने की वजह से बदनाम हो चुका पूरा गांव अपने पिछले सारे कारनामे भूलकर आम आदमी की तरह सीधा सादा जीवन व्यतीत करने की राह पर निकल पड़ा है। लंबे समय से बदायूं जिले के धनुपुरा और भोजपुर गांव के ग्रामीणों के ऊपर अवैध शराब और अवैध असलहा बनाने के साथ-साथ चोरी डकैती करने के भी तमाम तरह के आरोप लगते रहे हैं। वहां के लोगों पर अपने राज्य ही नहीं, बल्कि अन्य राज्यों में भी तरह तरह के अपराधों के दर्ज होने की खबरें आ रही थी। यहां की महिलाएं शराब के कारोबार में लिप्त थीं। लड़के नदी के किनारे अवैध असलहे के कारोबार में और पढ़ लिख कर थोड़ा बहुत बाहर निकलने वाले लोग अलग-अलग राज्यों और शहरों में जाकर चोरी करने के कारोबार में लिप्त थे। इनकी इस हरकत की वजह से स्थानीय पुलिस को आए दिन तमाम तरह की दिक्कतों का सामना करना पड़ता था। ऐसे में वहां नवनियुक्त पुलिस उपाधीक्षक अनिरुद्ध सिंह ने पहल की और पूरे गांव को इस अपराध के दलदल से बाहर निकालने की कोशिश की। अब उनकी पहल और प्रयास पर यह देखने को मिल रहा है कि गांव की महिलाएं और बच्चियां सिलाई कढ़ाई के लिए तथा युवक अन्य प्रकार के रोजी रोजगार के लिए आगे आ रहे हैं। उन्होंने संकल्प लिया है कि वह दोबारा शराब और अवैध असलहा बनाने के धंधे में कभी नहीं जाएंगे।पुलिस क्षेत्राधिकारी अनिरुद्ध सिंह की पहल पर लोगों ने अपने घरों की शराब भट्टी और अवैध असलहा के कारखानों को खुद ही नष्ट कर दिया है। पुलिस के सामने उन्होंने यह संकल्प लिया है कि वह अपने काले अध्याय को भूल कर एक नया जीवन को जीना चाहते हैं। इस मामले पर बातचीत करते हुए पुलिस उपाधीक्षक अनिरुद्ध सिंह ने बताया कि अब इन लोगों को मुख्यधारा में शामिल करने के लिए जो भी पहल सरकार के साथ-साथ स्थानीय पुलिस प्रशासन के द्वारा संभव हो, वह की जाएगी। साथ ही उन पर दर्ज पुराने मुकदमे भी पैरवी करके जल्द से जल्द निस्तारित कर दिए जाएंगे ताकि उन्हें मुख्यधारा से जोड़ा जा सके। साथ ही इसलिए भी ताकि वे दोबारा से अपराध के उस दलदल में जाने से बच सकें। एक बड़ी पुरानी कहावत यहां चरितार्थ होते दिख रही है कि जब जागो तभी सबेरा!