प्रेमी के साथ महिला ने पति की हत्या की

 24 Sep 2020  525

संवाददाता/in24 न्यूज़.  
एक कहावत बिलकुल सही है कि लोग प्रेम में अंधे हो जाते हैं. एक शादी शुदा महिला ने अपने प्रेमी के साथ मिलकर पति की निर्मम हत्या कर दी। महिला ने पति को अपने विवाहेतर संबंध में बाधा मानकर इस घटना को अंजाम दिया। हत्या के बाद लाश को जलाया और राख को तालाब में डाल दिया। यह दर्दनाक घटना वरंगल ग्रामीण जिले के नेक्कोंडा मंडल में प्रकाश में आई है। सीआई तिरुमल के अनुसार, नेक्कोंडा मंडल के गोल्लापल्ली गांव के सीमांत क्षेत्र के गेटुपल्ली गांव निवासी बादावत धर्मावत सिंह (42) और ज्योति दंपति है। इस दंपति को दो संतान भी हैं। सिंह हनमकोंडा ट्रैफिक पुलिस स्टेशन में होम गार्ड के रूप में कार्यरत हैं। जबकि ज्योति सिलाई का प्रशिक्षण ले रही हैं। इस क्रम में मंडल के अप्पलरावपेट गांव निवासी सांबराजू के साथ उसका परिचय हुआ।यह परिचय ही विवाहेतर संबंध का कारण बन गया। कुछ दिन बाद सिंह को ज्योति और सांबराजू के विवाहतेर संबंध के बारे में पता चला तो दोनों में झगड़ा शुरू हो गया। इसी दौरान अस्वस्थता के चलते 21 अगस्त से धर्मावत सिंह घर पर ही रहा था। इसके चलते ज्योति को सांबराजू से मिलना संभव नहीं हो रहा था। उसने पति को विवाहेतर संबंध में बाधा मानकर हत्या करने का फैसला किया। उसने प्रेमी के साथ मिलकर पति की हत्या करने की योजना बनाई गई। योजना के अनुसार, ज्योति ने इस महीने की 14 तारीख की रात को पति को शराबी के नशे में देखकर हत्या करने का सही मौका समझा। उसने सांबराजू को हत्या करने की योजना के बारे में सूचित किया। इसके चलते सांबराजू ट्रॉली ऑटो लेकर नेक्कोंडा आया गया। सिंह को नशे की हालत में  देखकर दोनों ने उसके गले में रस्सी से घोंटकर हत्या कर दी। इसके बाद सिंह के शव को ट्रॉली ऑटो में कपास के खेत में ले गया। खेत में पहले से ही मौजूद सांबराजू के पिता याकय्या और उसके भाई सुरेश की मदद से शव पर पेट्रोल डालकर आग लगा दी। इसके बाद मौके से चले गये। अगले दिन सुबह खेत में जाकर देखा तो लाश आधी जली हुई थी। इसके चलते उन्होंने शव को फिर से पेट्रोल डालकर जला दिया। सबूत मिटाने के लिए 16 सितंबर को राख को महबूबाबाद जिले के केसमुद्रम दरगाह के तालाब में मिला दिया। दूसरी ओर सिंह के भाई वीरन्ना ने भाई के लापता होने की थाने में शिकायत दर्ज की। पुलिस ने मामले जांच आरंभ कर दी और ज्योति की हरकतों पर कड़ी निगरानी रखी। साथ ही उसके सेलफोन कॉल डेटा एकत्र किया। कॉल डेटा के आधार पर ज्योति और सांबराजू से पूछताछ की गई। पुलिस की पूछताछ में सांबराजू और ज्योति अपना अपराध स्वीकार किया। पुलिस ने दोनों को गिरफ्तार किया है। जबकि सांबराजू के पिता याकय्या और भाई सुरेश अब भी फरार है। फरार आरोपियों को पकड़ने का अभियान तेज कर दिया है। यानी प्रेम में इंसान कभी कभी किस कदर हैवान बन जाता है, यह घटना उसी तरफ इशारा करती है.