ये कैसी टीचर ?

 19 Jan 2017  1627
समीरा मंसूरी / in24 न्यूज़
मुंबई: आर्थिक राजधानी में एक और छात्रा बनी टीचर की हैवानियत का शिकार, जी हां, मामला है मुंबई से सटे ठाणे जिले में स्थित ज्ञानोदय विद्या मंदिर स्कूल का, जहां फीस न भरने को लेकर एक स्कूल टीचर को इस कदर गुस्सा आया कि उसने सात वर्षीय छात्रा के बाल सिर के जड़ से नोंच डाले। इस घटना की खबर मिलते ही पीड़ित छात्रा के अभिभावक फ़ौरन स्कूल पहुंचे बुरी तरह से घायल अपनी बच्ची की अस्पताल ले गए। अभी तक इस मामले में किसी के खिलाफ कोई शिकायत पुलिस स्टेशन में दर्ज नहीं की गयी है। सात साल की प्राची गुप्ता इतनी ज्यादा डर गयी है कि स्कूल जाने के नाम से ही वो कांप जाती हैं। यह घटना ठाणे के ज्ञानोदय विद्या मंदिर की है। सूत्रों के अनुसार लेट फीस की शिकायत प्राची की डायरी में स्कूल टीचर को दर्ज करना था, लेकिन प्राची डायरी स्कूल ले जाना भूल गई थी। कई बार छात्रा से डायरी मांगने पर भी जब छात्रा ने डायरी नहीं दी तो टीचर गुस्से से आगबबूला हो उठी। उसने पहले प्राची की बुरी तरह पिटाई कर दी। हैवानियत की हद तो तब हो गयी, जब उसने छात्रा के बाल जड़ से नोंच डाले और छात्रा को बाल पकड़ कर उठाने का भी असफल प्रयास किया।
प्राची के पिता का कहना है कि जब प्राची घर लौटी तब वह न तो कुछ खा रही थी और ना ही किसी से बात कर रही थी। उसके पिता का यह भी कहना है कि जब वह घर लौटे तो प्राची ने उन्हें अपने जड़ से उखड़े बाल दिखाए।  उस दौरान उसके सिर के हिस्से से खून भी निकल रहा था। इसके बाद प्राची ने अपने साथ हुए हादसे के बारे में अपने माता पिता को बताया। बेटी की हालात देखते ही  पिता ने उसी शाम स्कूल में पहुंच कर प्रिंसिपल से शिकायत की और उसी दौरान स्कूल की फीस 3000 रुपए भी जमा करवाए।  स्कूल की प्रिंसिपल का कहना है कि इस तरह का बर्ताव गलत है और किसी भी टीचर को विद्यार्थी की इस कदर पिटाई करने की इजाज़त नहीं है। स्कूल व्यवस्थापक ने इस पूरे मामले की जांच का आदेश दिया है वहीं पीड़ित छात्रा के पिता ने उस महिला टीचर को स्कूल से निकालने की मांग की है। अब तक परिजनों ने पुलिस में मामला दर्ज नही करवाया है लेकिन जिस टीचर को ज्ञान के मंदिर का देवता कहा जाता है यदि वही टीचर अपनी मर्यादा तोड़ दे तो यकीनन गुरु और शिष्य के रिश्ते पर सवालिया निशान लग जायेगा और कोई भी बच्चा स्कूल जाने के नाम से ही कांप उठेगा।