शौहर ने शक किया तो बीवी ने आत्महत्या की

 26 Nov 2020  525

संवाददाता/in24 न्यूज़.
शक एक ऐसी बीमारी है जिसका इलाज असंभव है. शक के कारण ही हिंदुपुर के आरटीसी कॉलोनी में एमबीबीएस की छात्रा ने आत्महत्या कर ली। वह एमबीबीएस के तृतीय वर्ष की पढ़ाई कर रही थी। अगले दो साल की पढ़ाई पूरी कर वह अपना भविष्य संवारना चाहती थी। बताया गया कि अनंतपुर जिले के मड़काशिरा की आर्शिया अपना भविष्य संवार रही थी। उसके एमबीबीएस के तृतीय वर्ष की पढ़ाई के दौरान हिंदुपुर के सॉफ्टवेयर इंजीनियर नुरुल्ला के साथ रिश्ता कायम हुआ। माता-पिता ने वर्ष 2019 में आर्शिया की शादी नुरुल्ला से कर दी। शादी के 30 दिन बाद ही पति और सास-ससुर ने अतिरिक्त दहेज के लिए आर्शिया को प्रताड़ित किया। एक महीने बाद वह गर्भवती हुई। नुरुल्ला पत्नी पर शक करने लगा और उसे प्रताड़ित करने लगा। आर्शिया पति और सासु-ससुर की प्रताड़ना से तंग आ गई। दोनों के बीच कई बार झगड़ा होता रहा। मंगलवार को आर्शिया का जन्मदिन होने से माता-पिता ने उसे फोन किया और शुभकामनाएं दी। आर्शिया ने फोन पर ढंग से बात नहीं की और उसने यह कहकर फोन काट दिया कि वह बाद में फोन करेगी। बुधवार की सुबह निंकम्पल्ली में रहनेवाले रिश्तेदारों ने आर्शिया के माता-पिता को बताया कि उन्होंने आर्शिया को फोन किया लेकिन वह लिफ्ट नहीं कर रही है। इस पर आर्शिया के माता-पिता हिंदुपुर पहुंचे। उन्होंने ने देखा कि आर्शिया बिस्तर पर बेजान पड़ी थी। उन्होंने नुरुल्ला से पूछा तो उसने गैरजिम्मेदारी से बताया कि आर्शिया ने छत से फांसी लगाकर आत्महत्या कर ली। आत्महत्या की घटना को लेकर दोनों परिवारों के बीच बहस हुई। जानकारी मिलने पर पुलिस घटनास्थल पहुंची। पोस्टमार्टम के लिए शव अस्पताल भेजा और मकान पर ताला लगा दिया। डीएसपी वंशीधर गौड़, तहसीलदार श्रीनिवासुलु और सीआई ने घटनास्थल का निरीक्षण किया। आर्शिया के माता-पिता ने दामाद और उसके माता-पिता के खिलाफ पुलिस थाने में शिकायत की। शिकायत में उन्होंने कहा कि अतिरिक्त दहेज के लिए उनकी बेटी को प्रताड़ित कर आत्महत्या करने पर मजबूर कर दिया। घटना की जांच हो और उन्हें न्याय मिलने के साथ अन्य किसी की बेटी के साथ ऐसा न हो, ऐसा कहा। यानी एक शक ने एक बसा बसाया घर उजाड़ दिया हुए एक जान हमेशा के लिए खत्म हो गई.