17 साल की उम्र में चुराई 47 गाड़ियां !

 14 Jan 2021  923

शिवशंकर तिवारी/in24 न्यूज़/मुंबई    

 

        मुंबई की दहिसर पुलिस ने 17 साल की उम्र की दो ऐसे लड़कों को गिरफ्तार किया है, जो अब तक एक दो नहीं बल्कि 47 वाहनों की चोरी कर चुके हैं. दरअसल जिस उम्र में बाकी टीनएजर्स खेलते और पढ़ाई करते हैं, उस उम्र में इन दो लड़कों ने मुंबई पुलिस की नाक में दम कर दिया. मुंबई और उससे सटे ठाणे जिले में लगभग 47 गाड़ियां इन्होंने अब तक चुराई हैं. दहिसर पुलिस स्टेशन के पुलिस अधिकारी की यदि माने तो, 17 वर्षीय इन दोनों लड़कों को जब गिरफ्तार किया गया, उस दौरान वे बोरीवली इलाके में चोरी की एक ऑटो रिक्शा में सवार थे. पूछताछ के दौरान पहले तो उन्होंने पुलिस को यहां-वहां घुमाने की कोशिश की, लेकिन जब पुलिस ने कड़ाई और सख्ती दिखाई तो दोनों टूट गए और उन्होंने किसी तोते की तरह एक के बाद एक लगभग 47 वाहन चोरी करने का गुनाह कबूल कर लिया. दहिसर पुलिस के मुताबिक दोनों नाबालिक आरोपी जल्द पैसा कमाने के चक्कर में वाहन चोरी की वारदातों को अंजाम दे रहे थे. इनकी गिरफ्तारी के बाद जब इनसे पूछताछ की गई तो, उन्होंने चार अन्य लोगों के नाम बताए, जिन्हें उन्होंने अब तक चोरी के कई वाहन बेचे हैं. पुलिस ने उन चार आरोपियों को भी गिरफ्तार कर लिया है.

        फ़िलहाल शॉर्टकट रास्ते से पैसे कमाने का इनका ख्वाब अब हवालात में पूरा होगा लेकिन सबसे बड़ा सवाल वही, कि इतनी कम उम्र में चोरी का इतना बड़ा साहस इन आरोपियों ने कहां से जुटाया और इनके साथ अन्य आरोपियों की भी संलिप्तता है या नहीं, इस बात का पता दहिसर पुलिस लगा रही है. इन दोनों आरोपियों की गिरफ्तारी पुलिस के लिए एक बड़ी कामयाबी मानी जा रही है, जिसके बाद अब पुलिस ने राहत की सांस लेते हुए 29 अनसुलझी गुत्थियों को सुलझाने का दावा किया है, जिसमें 20 से अधिक मुकदमे लंबित थे, लेकिन अब 45 गाड़ियों की बरामदगी ने यह साफ कर दिया है कि पुलिस अपने ऑपरेशन में कामयाब रही. जिन छह आरोपियों को गिरफ्तार किया गया है उनमें, असलम शेख, उमेश राठौर, ईसात चौधरी और सोहेल शाह भी शामिल है. इन सभी शातिर आरोपियों के खिलाफ मुंबई के दहिसर, कस्तूरबा मार्ग, मालवणी, दिंडोशी, एमएचबी, नया नगर, अंधेरी, बोरीवली, कांदिवली, काशीमीरा पुलिस स्टेशन, गोरेगांव पुलिस स्टेशन, मीरा रोड पुलिस स्टेशन और चारकोप पुलिस स्टेशन में कई अपराधिक मामले दर्ज हैं. पिछले कई महीनों से आतंक का पर्याय बने यह दोनों कथित नाबालिक चोर पुलिस की आंखों की किरकिरी बन चुके थे, लेकिन कहते हैं ना कि सब्र का बांध टूटता है तो सुनामी आ जाती है. गुनहगार कितना ही शातिर क्यों ना हो, उसका इंतजार करती है जेल की सलाखें !