दुनिया में बढ़ी भारत की शान संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद की मिली कमान
01 Aug 2021
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संवाददाता/in24 न्यूज़.
आज दुनिया भर में भारत का स्थान और मजबूत हुआ है। भारत ने रविवार को अगस्त महीने के लिए संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद की अध्यक्षता संभाल ली है। भारत में रूस के राजदूत निकोले कुदाशेव ने ट्वीट कर कहा कि एजेंडे से वास्तव में प्रभावित हूं, जिसमें समुद्री सुरक्षा, शांति स्थापना और आतंकवाद विरोधी वैश्विक मुद्दों को शामिल किया गया है। फलदायी और प्रभावी काम की उम्मीद है वहीं भारत में फ्रांस के राजदूत इमैनुएल लेनैन ने कहा कि हम समुद्री सुरक्षा, शांति स्थापना और आतंकवाद से मुकाबले जैसे रणनीतिक मुद्दों पर भारत के साथ काम करने और नियम आधारित बहुपक्षीय प्रणाली को कायम रखने के लिए प्रतिबद्ध हैं। भारत की ओर से अगस्त के लिए यूएनएससी की अध्यक्षता ग्रहण करने पर संयुक्त राष्ट्र में भारत के पूर्व स्थायी प्रतिनिधि सैयद अकबरुद्दीन ने कहा कि हमारे प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पहले भारतीय प्रधानमंत्री होंगे, जिन्होंने यूएनएससी की बैठक की अध्यक्षता करने का फैसला किया है। साथ ही कहा कि यूएनएससी पर ये हमारा आठवां कार्यकाल है। संयुक्त राष्ट्र में भारत के स्थायी प्रतिनिधि राजदूत टी एस तिरुमूर्ति ने 15 राष्ट्रों के शक्तिशाली संयुक्त राष्ट्र निकाय की भारत की तरफ से अध्यक्षता संभाले जाने की पूर्व संध्या पर एक वीडियो संदेश में कहा कि हमारे लिए उसी महीने में सुरक्षा परिषद की अध्यक्षता संभालना विशेष सम्मान की बात है, जिस महीने हम अपना 75वां स्वतंत्रता दिवस मना रहे हैं। भारत की अध्यक्षता का पहला कार्यकारी दिवस सोमवार, दो अगस्त को होगा जब तिरुमूर्ति महीने भर के लिए परिषद के कार्यक्रमों पर संयुक्त राष्ट्र मुख्यालय में संवाददाता सम्मेलन करेंगे। कुछ लोग वहां मौजूद होंगे जबकि अन्य वीडियो कॉन्फ्रेंस के जरिए जुड़ सकते हैं। संयुक्त राष्ट्र की तरफ से जारी कार्यक्रम के मुताबिक तिरुमूर्ति संयुक्त राष्ट्र के उन सदस्यों देशों को भी कार्य विवरण उपलब्ध कराएंगे जो परिषद के सदस्य नहीं हैं। सुरक्षा परिषद के अस्थायी सदस्य के तौर पर भारत का दो साल का कार्यकाल एक जनवरी, 2021 को शुरू हुआ था। अगस्त की अध्यक्षता सुरक्षा परिषद के गैर स्थायी सदस्य के तौर पर 2021-22 कार्यकाल के लिए भारत की पहली अध्यक्षता होगी। भारत अपने दो साल के कार्यकाल के अंतिम महीने यानी अगले साल दिसंबर में फिर से परिषद की अध्यक्षता करेगा। अपनी अध्यक्षता के दौरान भारत तीन बड़े क्षेत्रों समुद्री सुरक्षा, शांतिरक्षण और आतंकवाद रोकथाम के संबंध में तीन उच्च स्तरीय प्रमुख कार्यक्रमों का आयोजन करेगा। वीडियो संदेश में तिरुमूर्ति ने कहा कि समुद्री सुरक्षा भारत की उच्च प्राथमिकता है और सुरक्षा परिषद के लिए इस मुद्दे पर समग्र रूप से रुख अपनाना जरूरी है। उन्होंने कहा कि शांतिरक्षण का विषय शांतिरक्षा में हमारी अपनी लंबी और अग्रणी भागीदारी को देखते हुए दिल के करीब है। साथ ही कहा कि भारत शांतिरक्षकों की सुरक्षा सुनिश्चित करने के विषय पर ध्यान केंद्रित करेगा विशेषकर बेहतर प्रौद्योगिकी के इस्तेमाल से और उसका ध्यान इस बात पर भी रहेगा कि शांतिरक्षकों के खिलाफ अपराध करने वाले दोषियों को कानून के हवाले किया जाए। उन्होंने कहा कि आतंकवाद के खिलाफ लड़ाई में सबसे आगे रहने वाले देश के रूप में, भारत आतंकवाद को रोकने के प्रयासों पर लगातार बल देता रहेगा। वहीं एक पाकिस्तानी वेबसाइट के मुताबिक, पाक विदेश कार्यालय ने शनिवार को उम्मीद जताई कि भारत संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद (यूएनएससी) के अध्यक्ष के रूप में अपने महीने भर के कार्यकाल के दौरान निष्पक्ष रूप से कार्य करेगा। विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता जाहिद हफीज चौधरी ने डॉन के एक सवाल का जवाब देते हुए कहा कि पाकिस्तान को उम्मीद है कि भारत अपने कार्यकाल के दौरान सुरक्षा परिषद की अध्यक्षता के संचालन को नियंत्रित करने वाले प्रासंगिक नियमों और मानदंडों का पालन करेगा। फिर से कश्मीर का राग अलापते हुए पाकिस्तानी विदेश मंत्रालय के प्रवक्कता ने आगे कहा कि क्योंकि भारत ने अध्यक्ष का यह पद संभाल लिया है, इसलिए हम उसे एक बार फिर से यह याद दिलाना चाहते हैं कि वह संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद के जम्मू-कश्मीर पर प्रस्तावों को लागू करे।' पाकिस्तान का यह डर इसलिए भी है, क्योंकि भारत जब अध्यक्ष पद पर एक महीने के लिए रहेगा तो उसका कश्मीर को लेकर प्रोपगेंडा काम नहीं कर पाएगा। इसके अलावा, पाकिस्तान के डर की एक वजह यह भी है कि वह अफगानिस्तान में तालिबान का समर्थन करता है, जबकि भारत हमेशा वहां राजनीतिक हल निकालने की बात करता आया है और शांति का पक्षधर रहा है। ऐसे में पाकिस्तान को डर है कि अफगानिस्तान में उसकी नापाक कोशिशों को भारत अपने कार्यकाल में पूरा नहीं होने देगा। बता दें कि भारत की इस उपलब्धि से दुश्मन देश के होश फाख्ता शुरू होने लगे हैं।