बीजेपी विरोधी पार्टियों ने गुजरात दंगों पर नरेंद्र मोदी की छवि को खराब किया : अमित शाह

 25 Jun 2022  353

संवाददाता/in24 न्यूज़।
गुजरात (Gujarat) दंगों के मामले में तत्कालीन मुख्यमंत्री नरेंद्र मोदी सहित 64 लोगों को एसआईटी की क्लीन चिट मिलने को चुनौती देने वाली एक याचिका को सुप्रीम कोर्ट ने 24 जून को खारिज कर दिया है। गुजरात में गोधरा की घटना के बाद भड़के दंगों के बारे में गृह मंत्री अमित शाह ने आज खुलकर अपनी बात सामने रखी है। शाह ने कहा कि बीजेपी विरोधी राजनीतिक पार्टियों, विचारधारा से प्रेरित कुछ पत्रकारों और कई एनजीओ ने मिलकर गुजरात दंगों के बारे में आरोपों का इतना ज्यादा प्रचार किया कि लोग उसे सच मानने लगे। गुजरात दंगों को रोकने के लिए पुलिस और अधिकारियों के कथित तौर पर कुछ न कर पाने के सवाल पर गृह मंत्री अमित शाह ने कहा कि सरकार ने दंगों को रोकने के लिए तत्काल कड़े कदम उठाए थे। लेकिन भाजपा विरोधी पार्टियों, पत्रकारों और एनजीओ का इकोसिस्टम इतना मजबूत था कि लोग इनकी बात को ही सच मानने लगे, जबकि गुजरात सरकार ने सेना को बुलाने में एक दिन की भी देरी नहीं की।गृह मंत्री अमित शाह ने कहा कि गुजरात में बीजेपी की सरकार जरूर थी, लेकिन बाद में केंद्र में सत्तारूढ़ हुई यूपीए की सरकार ने एनजीओ की मदद की। ये सब काम केवल पीएम नरेंद्र मोदी की छवि को खराब करने के लिए किया गया। अमित शाह ने कहा कि अब सुप्रीम कोर्ट ने ये भी ये कहा है कि जाकिया जाफरी किसी और के निर्देश पर काम करती थी। शाह ने कहा कि कुछ एनजीओ ने कई पीड़ितों के हलफनामे पर हस्ताक्षर किए और उन्हें पता भी नहीं है। अमित शाह ने कहा कि सभी लोग जानते हैं कि तीस्ता सीतलवाड़ का एनजीओ ये सब कर रहा था और यूपीए की सरकार ने उनके एनजीओ (NGO) को बहुत मदद की।