किसानों की ट्रैक्टर रैली पर आंसू गैस और लाठी चार्ज

 26 Jan 2021  961

संवाददाता/in24 न्यूज़.
अपनी मांगों को लेकर सरकार के खिलाफ आंदोलन कर रहे किसानों को लाख मनाने के बाद भी सरकार सफल नहीं हो पाई. गणतंत्र दिवस पर किसानों की ट्रैक्टर रैली के बीच पुलिस ने लाठीचार्ज, आंसू गैस का इस्तेमाल किया क्योंकि किसानों ने सिंघू बॉर्डर पर बैरिकेड्स तोड़ दिए. संजय गांधी ट्रांसपोर्ट नगर में किसानों को तितर-बितर करने के लिए पुलिस ने आंसू गैस का इस्तेमाल किया. सिंघू बॉर्डर से किसान की ट्रैक्टर रैली यहां पहुंची थी. खबरों के मुताबिक सिंघु बॉर्डर से किसान मजदूर संघर्ष समिति के अध्यक्ष सतनाम सिंह पन्नू ने कहा कि हम शांतिपूर्ण तरीके से जाएंगे और वापस आ जाएंगे. हमें रिंग रोड पर जाना है लेकिन पुलिस रोक रही है. लोग आ रहे हैं उसके बाद हम इस पर विचार करेंगे. 30-45 मिनट का समय दिया गया है तब तक हम यहीं बैठेंगे और फैसला करेंगे. किसानों ने दिल्ली-मेरठ एक्सप्रेसवे पर पांडव नगर के पास पुलिस बैरिकेडिंग को हटा दिया. भारतीय किसान यूनियन के प्रवक्ता राकेश टिकैत ने बताया कि हमें एक रूट दिया गया है हम उसी रूट से जा रहे हैं. आंदोलन खत्म नहीं होगा. नियमों का पूरा पालन किया जाएगा. किसानों के विरोध के बाद पुलिस ने लाठीचार्ज का सहारा लिया, क्योंकि दिल्ली के सिंधु बॉर्डर किसानों और पुलिस के बीच झड़प हो गई. इससे पहले आज सुबह सिंघू, टिकरी और गाजीपुर सीमा पर शिविर लगा रहे किसानों ने दिल्ली में प्रवेश करने के लिए पुलिस बैरिकेड तोड़ना शुरू कर दिया. किसान पैदल और साथ ही ट्रैक्टरों पर मार्च कर रहे हैं. रविवार को दिल्ली पुलिस ने इस शर्त पर आज राजधानी के अंदर एक ट्रैक्टर परेड करने की अनुमति दी थी कि किसान राजपथ पर आधिकारिक परेड के पूरा होने के बाद ही शुरू करेंगे. समझौते के अनुसार किसान सीमाओं से दिल्ली में प्रवेश करेंगे, लेकिन आसपास के क्षेत्रों में रहेंगे और सेंट्रल दिल्ली की ओर नहीं जाएंगे. सतर्कता बनाए रखने के लिए लगभग 6,000 सुरक्षाकर्मियों को तैनात किया गया है. अधिकारी ने कहा कि संदिग्ध पहचान के फेस पहचान प्रणाली भी कई जगहों पर स्थापित की गई है. सुरक्षाकर्मी राजपथ पर चौकसी बरत रहे हैं, जहां राष्ट्रपति राम नाथ कोविंद और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी अन्य गणमान्य लोगों और हजारों लोगों के साथ मौजूद होंगे. पुलिस उपायुक्त (नई दिल्ली)ईश सिंघल ने कहा कि गणतंत्र दिवस समारोह के लिए राजपथ पर 6,000 से अधिक पुलिस कर्मियों को तैनात किया गया है. बता दें कि किसानों का आंदोलन अब शांतिपूर्ण नहीं रहा.