राम मंदिर मामले में पीएम मोदी पर प्रियंका का निशाना

 16 Jun 2021  596

संवाददाता/in24 न्यूज़.
राम मंदिर के मुद्दे पर सियासत जारी है। कांग्रेस की राष्ट्रीय महासचिव प्रियंका गांधी ने अयोध्या राम मंदिर के लिए जमीन खरीद में कथित घोटाले को लेकर अब प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पर तीखा हमला बोला है। उन्होंने बुधवार को सोशल मीडिया पोस्ट के जरिए प्रधानमंत्री से श्रीराम मंदिर निर्माण ट्रस्ट की पाई-पाई का हिसाब मांगा। साथ ही सुप्रीम कोर्ट के जज से पूरे मामले की जांच कराने की भी मांग की है। कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी ने सोशल मीडिया पर अपनी पोस्ट में लिखा कि खबरों के अनुसार श्री राम मंदिर निर्माण ट्रस्ट द्वारा एक जमीन की खरीददारी में घपला हुआ है। अयोध्या की एक जमीन को 18 मार्च 2021 को दो लोग 2 करोड़ रुपए में खरीदते हैं। गौरतलब है कि ये जमीन मंदिर निर्माण के लिए नहीं है, बल्कि मंदिर परिसर से दूर है। 2 करोड़ की यह जमीन सिर्फ पांच मिनट के बाद प्रधानमंत्री जी द्वारा बनाए गए श्री राम मंदिर निर्माण ट्रस्ट की ओर से 18.5 करोड़ में खरीद ली गई। यानि जमीन की कीमत 5.5 लाख रु प्रति सेकंड की दर से बढ़ गई। क्या इस पर कोई विश्वास कर सकता है? मत भूलिए, यह सारा पैसा हिंदुस्तान की जनता द्वारा मंदिर निर्माण के दान और चढ़ावे के रूप में दिया गया था। उन्होंने आगे लिखा कि जमीन की खरीद-बिक्री से संबंधित बैनामे और रजिस्ट्री में गवाहों के नाम एक समान हैं। एक गवाह मंदिर ट्रस्ट के ट्रस्टी हैं और दूसरे गवाह भाजपा नेता एवं अयोध्या के मेयर हैं। श्री राम मंदिर ट्रस्ट के सचिव की तरफ से जारी बयान में कहा गया है कि जमीनों के रेट बढ़ गए हैं इसलिए इतना भुगतान हुआ है। सूचना के अनुसार सर्किल रेट पर भी आकलन करें तो इस क्षेत्र की इतनी जमीन का दाम लगभग 5 करोड़ रु होगा। प्रियंका गांधी ने लिखा कि श्री राम मंदिर निर्माण ट्रस्ट का गठन प्रधानमंत्री ने किया था। प्रधानमंत्री के बहुत करीबी लोग इसमें ट्रस्टी हैं। ट्रस्ट का सीधा आशय भरोसे से होता है। प्रधानमंत्री की जिम्मेदारी है कि प्रभु श्री राम के नाम भक्तों द्वारा चढ़ाई गई पाई-पाई का इस्तेमाल आस्था से जुड़े सामूहिक कार्य में हो, न कि किसी घोटाले में। 'आस्था में अवसर' तलाशने का कोई भी प्रयास करोड़ों भारतीयों की आस्था पर चोट है। प्रियंका ने कहा कि माननीय सुप्रीम कोर्ट के निर्देश पर श्री राम मंदिर ट्रस्ट का गठन हुआ है। देशवासियों की तरफ से हमारी मांग है कि सुप्रीम कोर्ट पूरे घोटाले की अपनी निगरानी में जांच करवाए। बता दें कि इससे पहले भी प्रियंका राम मंदिर मामले में सरकार की आलोचना कर चुकी हैं।