आंबेडकर जयंती पर सपा-बसपा साथ-साथ
05 Apr 2018
1096
संवाददाता/in24 न्यूज़
हर वर्ष आंबेडकर जयंती पर रस्म अदायगी करने वाली समाजवादी पार्टी इस बार बाबा साहेब के प्रति प्रेम और सम्मान खुलकर जाहिर करने वाली है। दरअसल उपचुनाव में बसपा के समर्थन से सपा को जो जीत का फॉर्मूला मिला है, उसे दोनों पार्टियां मजबूत बनाने की कोशिश कर रही हैं।
इन्हीं कोशिशों के तहत सपा-बसपा दोनों ने 14 अप्रैल को आंबेडकर जयंती को सूबे के जिले, ब्लॉक और गांव स्तर पर मनाने की योजना बनाई है, ताकि दोनों पार्टियों के कार्यकर्ताओं के बीच की दूरियां मिट सकें और एक मजबूत स्थिति हो सके।
आपको बता दें कि उत्तर प्रदेश की सियासत में दलित मतदाता किंगमेकर की भूमिका में हैं। सूबे का 21 फीसदी दलित मतदाता प्रदेश से लेकर देश की सत्ता का फैसला करने में अहम भूमिका निभाता रहा है। 2014 के लोकसभा और 2017 के विधानसभा चुनाव में बीजेपी दलित मतों में सेंधमारी करके ही देश और प्रदेश की सत्ता पर विराजमान हुई थी।
लोकसभा और विधानसभा चुनाव में सपा-बसपा दोनों को काफी बड़ा नुकसान बीजेपी से उठाना पड़ा है। सपा-बसपा दोनों पार्टियां अपने राजनीतिक वजूद पर खतरे को देखते हुए अब साथ आ गई हैं। इसका नतीजा रहा कि बसपा के समर्थन से उपचुनाव में सपा ने बीजेपी को करारी मात दी थी।