साध्वी प्रज्ञा ने हेमंत करकरे पर किया बड़ा खुलासा

 19 Apr 2019  886

संवाददाता/in24 न्यूज़. 

भोपाल से बीजेपी ने साध्वी प्रज्ञा को प्रत्याशी बनाकर कांग्रेस के वरिष्ठ नेता और प्रत्याशी दिग्विजय सिंह के सामने मैदान में उतारा है. 2008 के मालेगांव विस्फोट की मुख्य आरोपी और भोपाल से बीजेपी प्रत्याशी साध्वी प्रज्ञा सिंह ठाकुर ने शुक्रवार को कहा कि मुंबई आतंकी हमले के दौरान शहीद हुए मुंबई के पूर्व आतंकवाद निरोधी दस्ते के प्रमुख हेमंत करकरे ने उनके साथ बहुत बुरा बर्ताव किया था. प्रज्ञा ने यह भी कहा कि हेमंत करकरे को उनके कर्मों की सजा मिली. प्रज्ञा ने कहा कि एक राष्ट्रीय सुरक्षा आयोग के सदस्य को उन्होंने भेजा, हेमंत करकरे को उन्होंने मुंबई बुलाया, मैं मुंबई जेल में थी तब. हेमंत करकरे को राष्ट्रीय सुरक्षा आयोग के सदस्य ने कहा कि जब तुम्हारे पास सबूत नहीं है तो साध्वी को छोड़ दो. सबूत नहीं है तो इनको रखना गलत है, यह गैरकानूनी है. उसने कहा, मैं कहीं से भी सबूत लेकर आऊंगा, लेकिन इस साध्वी को नहीं छोड़ूंगा. यह उसकी कुटिलता थी. यह देशद्रोह था. वह मुझसे हर तरह के सवाल करता था, ये कैसे हुआ, वह कैसे हुआ. मैंने कहा, मुझे नहीं पता, भगवान जाने. तो उसने कहा क्या मुझे यह जानने के लिए भगवान के पास जाना होगा. तो मैंने कहा, जरूर अगर आपको आवश्यकता है तो आप जरूर जाइए.'' 29 सितंबर 2008 को मालेगांव में हुए ब्लास्ट में छह लोग मारे गए थे और 100 से अधिक घायल हो गए थे. हेमंत करकरे मालेगांव विस्फोटों की जांच कर रहे थे. जांच में सामने आया था कि इस ब्लास्ट में साध्वी प्रज्ञा की मोटरसाइकिल का इस्तेमाल हुआ था. महाराष्ट्र आतंकवाद विरोधी दस्ते ने साध्वी प्रज्ञा ठाकुर और अन्य को इस मामले में गिरफ्तार किया, आरोप है कि वे एक हिंदू चरमपंथी समूह का हिस्सा थे जिसने इस विस्फोट को अंजाम दिया था. गौरतलब है कि साध्वी प्रज्ञा भोपाल से बीजेपी की तरफ से प्रत्याशी बनाई गई हैं और इनका मुख्य मुकाबला कांग्रेस के दिग्गज नेता दिग्विजय सिंह से है.